रुपये में इस साल पहली बार मासिक बढ़त, नवंबर में 1.6 फीसदी हुआ मजबूत
मुंबई। रुपये ने इस साल पहली बार मासिक बढ़त नवंबर में हासिल की है। इससे लगभग चार दशकों में इसकी सबसे लंबी गिरावट भी थम गई, क्योंकि डॉलर इंडेक्स अपने ऐतिहासिक शिखर से नीचे आ गया और तेल की कीमतें गिर गईं। इस महीने रुपया 1.6% मजबूत होकर 81.4225 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। हालांकि, बावजूद इसके एशियाई मुद्राओं की तुलना में इसका प्रदर्शन खराब रहा है। दक्षिण कोरियाई वोन, सिंगापुर डॉलर, मलेशियाई रिंगिट और थाई बात इस महीने 3% से 7% के बीच मजबूत हुए हैं।
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक में भारत के अर्थशास्त्री गौरा सेन गुप्ता ने कहा, यह संभवतः डॉलर की मजबूती के दौरान अन्य एशियाई मुद्राओं की तुलना में रुपये में कुछ हद तक गिरावट आई है। डॉलर की मजबूती और अमेरिकी यील्ड चरम पर थी। विदेशी निवेशकों ने नवंबर में उभरते बाजारों में वापसी की है जिसमें भारतीय इक्विटी बाजार सबसे ज्यादा लाभान्वित हुआ। हमें उम्मीद है कि या तो अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेड की दिसंबर की बैठक के बाद या अगले साल की शुरुआत से रुपये में गिरावट का दबाव फिर से उभरेगा।