अब वन्दे भारत में सोकर भी कर सकते हैं यात्रा, रेलवे ने बनाई योजना
मुंबई- वंदे भारत एक्सप्रेस में अभी तक बैठ कर यात्रा होती है। क्योंकि इस ट्रेन में सिर्फ चेयर कार वाले डिब्बे हैं, स्लीपर के नहीं। अब इसमें सो कर भी यात्रा हो सकेगी। रेल मंत्रालय इस ट्रेन के लिए स्लीपर कोच की व्यवस्था कर रहा है। इसके लिए इस ट्रेन का स्लीपर रैक तैयार किया जा रहा है। इन रैक को कौन कंपनी बनाएगी, कहां बनाएगी, कब होगी सप्लाई.. आइए जानते हैं विस्तार से
रेलवे बोर्ड के आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार वंदे भारत ट्रेन या ट्रेन-18 के 300 रैक का आर्डर देने पर तेजी से काम चल रहा है। इनमें से 200 रैक चेयर कार वाले होंगे जबकि 100 रैक स्लीपर कोच वाले। आपको पता ही होगा कि वंदे भारत ट्रेन में 16 डिब्बे होते हैं। इस ट्रेन में अलग से कोई इंजन नहीं लगाना होता क्योंकि यह रैक सेल्फ प्रोपेल्ड है। वंदे भारत ट्रेन अधिकतम 180 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ सकती है। लेकिन, रेल मंत्रालय ने इसे अधिकतम 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलाने का परमिशन दिया है।
वंदे भारत के नए ट्रेन के निर्माण के लिए नवंबर महीने की कुछ तारीख बेहद महत्वपूर्ण हैं। रेलवे के वरिष्ठ आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि रेलवे की तरफ से जो 200 वंदे भारत चेयर कार रैक का कांट्रेक्ट अवार्ड होगा, उसकी संभावित तारीख 15 नवंबर हो सकती है। इसी तरह स्लीपर वेरिएंट के जो 100 रैक बनाए जाएंगे उसके लिए दो कांट्रेक्ट अवार्ड हो सकता है। ये कांट्रेक्ट अगले 22 और 29 नवंबर को दिए जा सकते हैं। रेल मंत्रालय के अधिकारी बताते हैं कि नए तरह के वंदे भारत के हर ट्रेन या रैक की कीमत लगभग 113 करोड़ रुपये