पेटीएम, नायका, डेलहीवरी और पॉलिसीबाजार में जारी रह सकती है भारी गिरावट
मुंबई- यदि आपने पेटीएम, नायका, डेलहीवरी और पॉलिसीबाजार के शेयर गिर रहे हैं और इनकी लिस्टिंग के बाद से लेकर अब तक निवेशकों को निराशा ही हाथ लगी है। अभी इस निराशा का अंत होता दिख नहीं रहा है। अगले महीने (नवम्बर में) इन शेयरों में बड़े निवेशकों का लॉक-इन पीरियड खत्म होने वाला है।
बाजार से जुड़े विशेषज्ञों के अनुसार, आईपीओ से पहले निवेश करने वाले निवेशकों के पास 87,000 करोड़ रुपये से अधिक के फ्री शेयर होंगे। मतलब वे किसी भी वक्त बेचकर निकल सकेंगे। अभी तक ये निवेशक एक समय-सीमा में बंधे थे और बेच नहीं सकते थे। नायका के शेयर में लॉक-इन पीरियड 10 नवंबर को खत्म होगा तो पीबी फिनटेक में 15 नवम्बर को।
इसी तरह 18 नवंबर को पेटीएम के शेयर में लॉक-इन पीरियड खत्म होगा तो डेलहीवरी में 24 नवंबर को पूरा होगा। बता दें कि नायका, पॉलिसी बाजार, पेटीएम और डेल्हीवेरी ने बाजार से 34 हजार 600 करोड़ रुपये से अधिक की पूंजी जुटाई थी। इन सभी न्यू ऐज़ टेक कंपनियों से निवेशकों को अच्छी खासी उम्मीदें थीं, लेकिन ये सभी शेयर पिट गए और निवेशकों को नुकसान झेलना पड़ा है।
नायका के शेयर ने शुक्रवार को अपना सबसे निम्नतम स्तर बनाया। यह स्टॉक 975 रुपये तक गया और उसके बाद कुछ रिकवरी की। इसकी लिस्टिंग 2018 रुपये पर हुई थी और इसने अपने उच्चतम स्तर 2573.70 रुपये बनाया था। इसी तरह पॉलिसी बाजार (PB Fintech) के शेयर ने भी शुक्रवार को अपना ऑल टाइम लो (371 रुपये) बनाया है। इसकी लिस्टिंग 1150 रुपये हुई थी और इसने 1470 रुपये का ऑल टाइम हाई बनाया था।
बाजार से जुड़े जानकार बताते हैं कि PE फंड्स इन कंपनियों में अपनी पूरी हिस्सेदारी एक बार में नहीं बेच सकते, क्योंकि इतनी अधिक संख्या में खरीदार नहीं मिलेंगे। ऐसे में कंपनियां फिलहाल 5 से 10 हजार करोड़ रुपये के शेयरों की बिकवाली कर सकती हैं। ऊंची वैल्यूएशन के कारण इस तरह के शेयर निवेशकों की पसंद नहीं हैं।
इस बात से हालांकि इनकार नहीं किया जा सकता कि ये शेयर आगे भी कमजोर रह सकते हैं. इसकी वजह है बड़े स्तर पर संभावित बिकवाली. मगर ये बिकवाली धीरे-धीरे होगी। समझा जाता है कि बड़े पीई फंड्स और वीसी अभी तक मुनाफे में हैं और वे चाहेंगे कि अपना मुनाफा न छोड़ें।