नोएडा में किराए का घर दिलाने के नाम पर ठगों का गैंग 

मुंबई। आजकल जिस तरह से लोन एप के नाम पर ऑनलाइन ठगी चल रही है, उसी तरह से नोएडा और एनसीआर में किराए का घर दिलाने के नाम पर ठगी का गैंग एक अलग मोडस ऑपरेंडी के तहत काम कर रहा है। हाल में एक इसी तरह का मामला सामने आया है जिसमें पुलिस में शिकायत दर्ज कराए जाने की तैयारी है।

दरअसल, एक पीड़ित ने बताया कि उसने कुछ दिन पहले हाउसिंग डाट काम पर किराए के लिए घर देख रहा है। उसी दौरान उसने नोएडा के सेक्टर 59 के पास पीएमओ सोसाइटी में एक घर देखने के लिए वेबसाइट पर दिए गए फोन नंबर पर संपर्क किया। इस व्यक्ति ने घर दिलाने के लिए कहा कि पहले विजिटंग कार्ड बनाना होगा फिर सोसाइटी में प्रवेश मिलेगा।

इसके बाद इसने विजिटिंग कार्ड के नाम पर पीड़ित से 2 हजार रुपये आन लाइन भरवा लिया। जब किराएदार का विजिटिंग कार्ड आन लाइन हो रहा था, उस समय इस व्यक्ति ने कहा कि 8099 रुपये फिर से भरो क्योंकि 99 रुपये जीएसटी और बाकी का ट्रांजेक्शन दिखाना है। इसके बाद पीडि़त को समझ आ गया कि यह ठगी का खेल है।

पीड़ित ने तुरंत कहा कि हमारे पास पैसा नहीं है और उसने 2 हजार रुपये की मांग वापस की । पीड़ित के पास इस बातचीत की रिकार्डिंग भी है। इसके अनुसार एजेंट ने कहा कि वह 2000 रुपये फ्लैट पसंद न आने पर तुरंत वापस कर देगा।

इस मामलेमें कई पहलू हैं। पहले तो यही नहीं पता कि वो एजेंट 8099 रुपये किस बात का मांग रहा था। पीड़ित ने कहा कि वह नकदी लाकर दे देगा, पर उसने आनलाइन ही मांगा। जबकि न तो फ्लैट दिखाया और न ही वह मिलने को आया। साथ ही वेबसाइट पर जो नंबर दिखाया गया वह मालिक का दिखाया गया है जबकि जिससे संपर्क किया गया वह कोई और निकला। वह फ्लैट मालिक भी नहीं है। उसने सीधे धमकी दी कि कोई भी शिकायत कर लो कुछ नहीं होगा।

इसके साथ ही हाउसिंग डाट काम ने भी इस तरह के सेलर का कोई वेरीफिकेशन नहीं किया है। क्योंकि वेबसाइट पर जो कमरे और जो चीजें दिख रही हैं, वास्तव में ऐसा कोई रूम पीएमओ में नहीं है। साथ ही जब पीएमओ के चेयरमैन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उनकी सोसाइटी में कोई फ्लैट खाली नहीं है और इस तरह का कोई विजिटिंग कार्ड नहीं बनता है।

सूत्रों ने बताया कि इस तरह की ढेर सारी ठगी गैंग बनाकर की जा रही है। इसी तरह से पीएमओ के पास ही विनायक अपार्टमेंट भी एक हजार रुपये के विजिटंग कार्ड बनाने की बात कही गई।

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