ब्लैक बॉक्स मॉडल पर कारोबार को मंजूरी नहीं, ऑडिट और सत्यापन करना ही होगा- सेबी
मुंबई। ब्लैक बॉक्स मॉडल पर अगर कोई कंपनी व्यापार करना चाहती है तो इसे किसी भी हाल में मंजूरी नहीं मिलेगी। ऐसे किसी भी कारोबार को अनुमति नहीं होगी जिसका ऑडिट या सत्यापन नहीं किया जा सकता है। सेबी की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच ने एक कार्यक्रम में कहा कि चूंकि डाटा एक सार्वजनिक बुनियादी ढांचा है, इसलिए किसी भी निजी पार्टी द्वारा डाटा को लेने के किसी भी प्रयास को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। जब तक पारदर्शिता और खुलासे हैं, हम एल्गो ट्रेडिंग के पक्ष में या खिलाफ नहीं हैं।
सेबी की यह चेतावनी उन खबरों के बीच आई है, जिसमें यह कहा गया था कि एल्गो कारोबार पर रोक लग सकती है। कुछ स्टॉक ब्रोकर अनियंत्रित प्लेटफॉर्म के माध्यम से निवेशकों को एल्गोरिदम कारोबार की सुविधा दे रहे थे इसके बाद इस महीने की शुरुआत में ही सेबी ने ब्रोकरों के लिए एक दिशा निर्देश जारी किया था। इसी के साथ सेबी सेकेंडरी बाजार में भी आईपीओ की तर्ज पर अस्बा को लाने की योजना बना रहा है।
मौजूदा नियम के तहत ब्रोकरों को अपने खुदरा ग्राहकों को एल्गोरिदम सुविधा प्रदान करने की मंजूरी नहीं देते हैं। जून में सेबी ने निवेशकों को एल्गोरिदम कारोबार सेवाओं और रणनीतियों के कारोबार की पेशकश करने वाले ऐसे अनियमित प्लेटफॉर्म से निपटने के प्रति आगाह किया था। दरअसल, एल्गोरिदम कारोबार या एल्गो का मतलब एक आधुनिक तरीके का उपयोग कर बहुत ही तेज गति से ऑटोमैटिक तरीके से ट्रेड को पूरा करने से होता है। यह सुविधा अभी तक केवल संस्थागत निवेशकों को ही मिलती है।