लव जिहाद के नाम पर अमरावती पुलिस को बदनाम करने की सांसद की कोशिश
मुंबई। लगातार अमरावती पुलिस पर हमला बोल रहीं सांसद नवनीत राणा ने लव जिहाद के नाम पर पुलिस को बदनाम करने की कोशिश की है। हालांकि समय रहते लड़की खुद से अपने घर लौटने का इरादा बनाई और पुलिस ने उसे बरामद कर उसके घर पहुंचा दिया। लेकिन पुलिस स्टेशन में हंगामा करने वाली सांसद नवनीत राणा के इस कदम की यहां जमकर लोग आलोचना कर रहे हैं। राणा ने यहां के एक पुलिस स्टेशन में पुलिस के साथ काफी हो हल्ला किया जिसका पुलिस संगठनों और स्थानीय लोगों ने विरोध किया।
दरअसल, राजापेठ इलाके में एक युवती को घर से भगा ले जाने के आरोप के मामले में यहां राजनीति हो रही थी। लेकिन पुलिस आयुक्त डॉ आरती सिंह की तत्परता से इस 19 वर्षीय लड़की को सातारा रेलवे स्टेशन पर बरामद कर लिया गया और उसे परिवार को सौंप दिया गया। लड़की ने बताया कि वह परिवार से परेशान होकर घर छोड़ दी थी। हालांकि वह ट्रेन से पुणे के लिए रवाना हुई थी और घर वापस लौटने लगी। पुलिस के इस तत्काल एक्शन से भाजपा ने पुलिस आयुक्त और उनकी टीम का स्वागत किया है।
7 सितंबर को राणा ने अपनी राजनीति करने के लिए इस मामले को मुद्दा बना लिया और पुलिस स्टेशन में हंगामा किया। लड़की ने कहा कि सांसद ने उसकी बदनामी की है जो सही नहीं है। इस बयान के बाद राणा की और किरकिरी हो रही है। बता दें कि हाल में एक वीडियों में नवनीत राणा के पति रवि राणा ने आरोप लगाया है कि अमरावती पुलिस आयुक्त का जल्द ही तबादला होगा।
इससे पहले छत्रपति शिवाजी महाराज का पुतला राजापेठ उड़ानपुल से हटाने के बाद अंडरपास मार्ग पर मनपा आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर पर स्याही फेंकने के प्रकरण में राजापेठ पुलिस द्वारा रवि राणा पर भी मामले दर्ज किए गए थे। राजापेठ उड़ानपुल पर छत्रपति शिवाजी महाराज का पुतला लगाने के चार दिन बाद उस पुतले को मनपा प्रशासन द्वारा हटा दिया था। घटना के बाद मनपा आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर पर राजापेठ अंडरपास पर स्याही फेंकने और धक्कामुक्की करने की घटना घटित हुई थी। इस प्रकरण में कुल 11 लोगों पर मामले दर्ज किए गए थे। इनमें विधायक रवि राणा का भी समावेश था।