रुपया में भारी गिरावट, 68 पैसे टूटा, कमजोर आर्थिक आंकड़ों से बढ़ा दबाव
मुंबई। एक महीने के उच्च स्तर पर पहुंचने के एक दिन बाद ही रुपया बुधवार को डॉलर के मुकाबले 68 पैसे टूटकर होकर 79.21 पर बंद हुआ। निराशाजनक वृहद आर्थिक आंकड़ों के बाद निवेशकों की धारणा प्रभावित हुई, जिससे घरेलू मुद्रा पर दबाव बढ़ा।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया कमजोरी के साथ 78.70 पर खुला। दिन के कारोबार में इसमें और गिरावट आई। इससे पहले मंगववार को रुपया 11 महीने में एक दिन की सर्वाधिक तेजी यानी 53 पैसे मजबूत होकर एक माह के उच्च स्तर 78.53 पर बंद हुआ था।
बीएनपी पारिबास में शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि भारत के कमजोर वृहद आर्थिक आंकड़ों के सामने आने से रुपये पर दबाव बढ़ गया। जुलाई में सेवा पीएमआई घटकर 55.5 रह गया, जो जून में 59.2 था। इस दौरान समग्र पीएमआई 58.2 से घटकर 56.6 पर आ गया। इसके अलावा, भारत का व्यापार घाटा जून के 26.18 अरब डॉलर के मुकाबले जुलाई में बढ़कर 31.02 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है।
चौधरी ने कहा कि कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट और विदेशी कोषों का निवेश बढ़ने से रुपये की गिरावट पर कुछ अंकुश लगा। विदेशी संस्थागत निवेशक मंगलवार को पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल बने रहे और उन्होंने 825.18 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के समक्ष डॉलर की मजबूती बताने वाला डॉलर सूचकांक 0.05 फीसदी घटकर 106.19 रह गया।