निर्मला सीतारमण का कांग्रेस पर निशाना, कहा यूपीए के समय महंगाई 9%
मुंबई- लोकसभा में सोमवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने महंगाई पर सरकार की ओर से जवाब दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस गठबंधन वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग-UPA) के दौरान देश में महंगाई 9 बार दो अंकों में रही। 22 महीने रिटेल महंगाई 9% से ज्यादा रही, जबकि हम महंगाई को 7% से नीचे लाने की कोशिश कर रहे हैं।
सीतारमण ने कहा-GST संग्रह पिछले 5 महीनों से लगातार 1.4 लाख करोड़ रुपए से अधिक है। 8 इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में जून में डबल डिजिट में बढ़ोतरी हुई। जून में कोर सेक्टर में वार्षिक दर से 12.7% की बढ़ोतरी दर्ज की गई। भारतीय अर्थव्यवस्था बहुत सकारात्मक संकेत दिखा रही है।
वित्त मंत्री ने कहा, अमेरिका की GDP में दूसरी तिमाही में 0.9% की गिरावट दर्ज की गई और पहली तिमाही में 1.6% की गिरावट दर्ज की गई थी जिसे उन्होंने अनौपचारिक मंदी का नाम दिया। भारत में मंदी या मुद्रास्फीतिजनित मंदी का सवाल ही नहीं उठता।
वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार की ओर से उठाए गए कदमों के बाद खाने के तेलों की कीमतों में तेजी से गिरावट आई है। महामारी, दूसरी लहर, ओमिक्रोन, रूस-यूक्रेन (युद्ध) के बावजूद हमने मुद्रास्फीति को 7% या उससे कम पर बनाए रखा। इसे आपको मानना होगा।
वित्त मंत्री ने कहा, हमें देखना होगा कि दुनिया में क्या हो रहा है और भारत दुनिया में क्या स्थान रखता है। विश्व ने ऐसी महामारी का सामना पहले कभी नहीं किया। महामारी से बाहर आने के लिए हर कोई अपने स्तर पर काम कर रहा है, इसलिए मैं भारत के लोगों को इसका श्रेय देती हूं। विपरीत हालात में भी भारत की इकोनॉमी बेहतर है।
बता दें कि सरकार की तरफ से लगातार यही कहा जा रहा था कि वित्त मंत्री कोविड संक्रमित हैं और उनके स्वस्थ होकर वापस आते ही सरकार इस पर चर्चा कराने को तैयार है। वित्त मंत्री अब स्वस्थ होकर संसद में आ चुकी हैं। 18 जुलाई को मानसून सत्र की शुरुआत हुई थी।
वित्त मंत्री के बोलने से ठीक पहले बीजेपी सांसद जयंत सिन्हा ने कहा कि कोई भाव नहीं बढ़ा है। उन्होंने विपक्ष पर सदन के वेल में ड्रामा करने का आरोप लगाते हुए कहा, ‘विपक्ष प्राइस राइज का पता लगाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन वे इसे ढूंढ नहीं पा रहे हैं।’
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने कहा, ‘देश में पिछले 14 महीने से महंगाई की दर दो अंकों में है, जो कि 30 साल में सबसे ज्यादा है। कंज्यूमर फूड प्राइस इंडेक्स आसमान छू रहा है। चावल, दही, पनीर और पेंसिल और शार्पनर जैसी डेली यूज की चीजों पर GST बढ़ा दिया गया है। यहां तक कि सरकार बच्चों को भी नहीं बख्श रही है।’
पिछले महीने की शुरुआत में जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार, जून में भारत की रिटेल महंगाई 7.01% हो गई। एक साल पहले की समान अवधि में ये 6.26% थी। यह लगातार छठा महीना था जब महंगाई केंद्रीय बैंक के 2%-6% के टॉलरेंस बैंड से ऊपर रही थी।
खाद्य महंगाई दर जून में 7.75% रही जो मई महीने में 7.97% रही थी। अप्रैल में यह 8.38% थी। सब्जियों की महंगाई जून में घटकर 17.37% हो गई जो मई में 18.26% थी। फ्यूल और लाइट की महंगाई जून में बढ़कर 10.39% हो गई जो मई में 9.54% थी।