ट्रेन में वरिष्ठ नागरिकों को नहीं मिलेगी 50 फीसदी की छूट, व्यवस्था खत्म
मुंबई- कोरोना से पहले 60 साल से अधिक उम्र के लोगों यानी सीनियर सिटीजंस को रेल टिकट पर 50% की छूट मिलती थी। लेकिन कोरोना काल में जब रेल सेवा बंद की गई तो इस छूट को खत्म कर दिया गया। लेकिन कोरोना कम होने के बाद जब रेल सेवा को फिर से शुरू किया गया तो वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली ये छूट फिर से शुरू नहीं की गई।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद में एक लिखित जवाब में बताया कि वरिष्ठ नागरिकों को किराए में छूट देने से सरकार के खजाने पर भारी बोझ पड़ता है। इसलिए इसे बहाल करने की कोई योजना नहीं है। केवल स्पेशल कैटगरी वाले लोगों को किराए में छूट की सुविधा दोबारा शुरू की गई है। इनमें चार श्रेणी के दिव्यांग, 11 कैटगरी के मरीज और और छात्र शामिल हैं।
रेल मंत्री ने कहा कि 2017-18 में सीनियर सिटीजंस को टिकट पर छूट रेलवे पर 1491 करोड़ रुपए का बोझ पड़ा। 2018-19 में यह राशि 1636 करोड़ रुपए और 2019-20 में 1667 करोड़ रुपए रही। रेलवे ने खिलाड़ी, ट्रांसजेंडर, युद्ध शहीद विधवा, सीनियर सिटीजन सहित 12 श्रेणियों के रियायती किराए को सिर्फ तीन श्रेणियों तक सीमित कर दिया। 2021-22 में ही रेलवे को 50% तक की छूट बंद करने से लगभग 3400 करोड़ मिले।