इस साल एफडी से भी कम रिटर्न मिल सकता है शेयर बाजार में 

मुंबई- चालू कैलेंडर साल का सातवां महीना बीतने वाला है। इस दौरान बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) के सेंसेक्स ने करीबन 9 फीसदी का घाटा दिया है। यह 3 जनवरी को 58,662 से टूटकर अब 53,800 के नीचे कारोबार कर रहा है।  

लगातार बढ़ रही महंगाई, ब्याज दरों के ऊपर जाने और कई देशों में भू-राजनीतिक संकट ने न केवल भारतीय बाजार, बल्कि पूरी दुनिया के बाजारों को प्रभावित किया है। ऐसे में इस साल के बचे 5 महीने में भी शेयर बाजार से 5 फीसदी से कम रिटर्न मिलने की गुंजाइश है। जबकि एफडी के निवेश पर 6-7 फीसदी का ब्याज मिलेगा। इस साल दिसंबर तक दुनिया के अधिकतर देशों के केंद्रीय बैंक दरों को ऊपर रखने की कोशिश करेंगे। क्योंकि महंगाई का तड़का आगे भी जारी रहेगा। इससे बाजारों पर असर दिखता रहेगा। 

वैसे इस समय कुछ बैंक एफडी पर 5 फीसदी तो कुछ 6 फीसदी तक का ब्याज दे रहे हैं। ऐसे में अगर शेयर बाजार का भी यही रिटर्न मान लिया जाए तो सेंसेक्स 55,000 से 56,000 तक जा सकता है। हालांकि अगस्त में जिस तरह से ब्याज दरें बढ़ाने की आरबीआई की योजना है, ऐसे में बाजार में आगे गिरावट बनी रह सकती है। आरबीआई की इस पूरे साल दरों को बढ़ाने की योजना है। इससे रेपो रेट 6 फीसदी के ऊपर जा सकता है जो फिलहाल 4.90 फीसदी है। हालांकि रेपो दर बढ़ने से अगस्त में फिर से एफडी पर ब्याज दरें ऊपर जा सकती हैं। 

वैसे कम समय के लिए आप चाहें तो भले ही बैंक के फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) का सहारा ले सकते हैं। लेकिन लंबी अवधि में आपको कॉरपोरेट एफडी का रास्ता अपनाना चाहिए। कॉरपोरेट एफडी की सुविधा देश की कुछ प्रमुख कंपनियां देती हैं। यह बैंकों के जमा की तुलना में 2-3 फीसदी ज्यादा ब्याज देती हैं। ऐसे में एकाध साल के लिए इसमें निवेश आपको बैंक एफडी की तुलना में अच्छा रिटर्न दे सकता है। 

वैसे बैंक एफडी की तुलना में लिक्विड फंड भी एक बेहतर विकल्प है। यहां पर आप एकाध महीने के लिए पैसे रखते हैं तो आपको बचत खाता से ज्यादा ब्याज मिल जाता है। इसमें आप एक दिन के लिए भी पैसे जमा कर सकते हैं। जानकार कहते हैं कि जिस तरह का माहौल है, ऐसे में फिलहाल अगले कुछ समय तक शेयर बाजार में सीधे निवेश कर सकते हैं, पर यह तब सही होगा, जब लंबे समय के लिए आपका निवेश हो। 

डेट का लिक्विड फंड एफडी का ही दूसरा विकल्प है। पर इसमें एक अंतर है कि यह हमेशा फिक्स्ड डिपॉजिट से ज्यादा रिटर्न देता है। उदाहरण के लिए 45 से 180 दिन की एफडी पर 4 से 4.5 फीसदी ब्याज मिलता है। जबकि डेट फंड के अल्ट्रा में 5 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न है। 180 से 365 दिन के मनी मार्केट में 5.5 फीसदी का रिटर्न मिलता है। बैंक एफडी 4.5 से 5 फीसदी तक का ब्याज देता है। 3-5 साल के एफडी पर 5.50 फीसदी ब्याज है, जबकि टार्गेट फंड में इसी समय में 7.30 फीसदी का रिटर्न मिलता है। 

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