पेट्रोलियम कंपनियों को जून तिमाही में 10,700 करोड़ के घाटे की आशंका
मुंबई- लागत से कम भाव पर पेट्रोल और डीजल की बिक्री करने पर देश की प्रमुख पेट्रोलियम कंपनियों को जून तिमाही में 10,700 करोड़ रुपये का घाटा हो सकता है। इसमें इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (आईओसी), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लि. (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लि. (बीपीसीएल) शामिल हैं।
यह तीनों कंपनियां देश के खुदरा तेल की बिक्री के 90 फीसदी बाजार पर काबिज हैं। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज की एक रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल-जून में कच्चे तेल का भाव तेजी से बढ़ा, पर इस दौरान पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर रहीं। इससे इन कंपनियों को घाटा हुआ है। इसने कहा कि इन कंपनियों को पेट्रोल और डीजल की बिक्री पर हर लीटर के पीछे 12-14 रुपये का नुकसान हो सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार, हाल मे तेलों की कीमतों में कमी आई है। पर इसका असर जुलाई से सितंबर तिमाही में दिखेगा। इस दौरान इन कंपनियों के घाटे में कुछ कमी आ सकती है। हालांकि रिलायंस इंडस्ट्रीज का मुनाफा 24,000 करोड़ रुपये रह सकता है। एक साल पहले की तुलना में इसमें 67 फीसदी की बढ़त हो सकती है।