म्यूचुअल फंड उद्योग का एयूएम 14 फीसदी बढ़कर 37.75 लाख करोड़
मुंबई- घरेलू म्यूचुअल फंड उद्योग का परिसंपत्ति आधार चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में सालाना आधार पर 14 प्रतिशत बढ़कर 37.75 लाख करोड़ रुपये हो गया।
म्यूचुअल फंड कंपनियों के संगठन एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (एम्फी) के आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल-जून तिमाही में औसत प्रबंधन-अधीन परिसंपत्तियां (एयूएम) 37.75 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गईं। एक साल पहले की समान अवधि में म्यूचुअल फंड कंपनियों के एयूएम का आकार 33.2 लाख करोड़ रुपये था।
वहीं इस साल जनवरी-मार्च की तिमाही में इस उद्योग का परिसंपत्ति आधार 38.38 लाख करोड़ रुपये रहा था। देश में फिलहाल 43 म्यूचुअल फंड कंपनियां कारोबार कर रही हैं। उद्योग के जानकारों ने वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में एयूएम में हुई वृद्धि का श्रेय इक्विटी योजनाओं में बढ़े प्रवाह को दिया है।
इस तिमाही में इक्विटी योजनाओं में एसआईपी एवं एकमुश्त निवेश दोनों ही तरीके से आवक बनी रही। इस दौरान अगर नए फंड की पेशकश की मंजूरी होती तो यह मात्रा और भी अधिक होती। बाजार नियामक सेबी ने पूल खातों से संबंधित नई प्रणाली लागू न होने तक नए फंड के लांच पर रोक लगाई हुई थी। नई प्रणाली लागू करने के लिए एक जुलाई की समयसीमा तय की गई थी।
एम्फी के आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल-मई के दौरान इक्विटी म्यूचुअल फंड योजनाओं ने 28,980 करोड़ रुपये आकर्षित किए। जून के लिए आंकड़े अभी उपलब्ध नहीं हो पाए हैं। एक साल पहले की समान तिमाही में इक्विटी म्यूचुअल फंड योजनाओं में 19,508 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था।
आकार के हिसाब से एसबीआई म्यूचुअल फंड 6.47 लाख करोड़ रुपये के एयूएम के साथ शीर्ष पर बना हुआ है। उसके बाद आईसीआईसीआई प्रुडेंशियल एमएफ (4.65 लाख करोड़ रुपये) और एचडीएफसी एमएफ (4.15 लाख करोड़ रुपये) का स्थान आता है।