दिसंबर तक निफ्टी में 1,000 अंकों की गिरावट, घट रहे हैं रिटेल निवेशक
मुंबई- वैश्विक ब्रोकरेज फर्म बैंक ऑफ अमेरिका सिक्योरिटीज ने इस साल के अंत तक निफ्टी का लक्ष्य घटाकर 14,500 कर दिया है। पहले इसने जनवरी में 16,000 का लक्ष्य रखा था। इसका मतलब यह हुआ कि यहां से निफ्टी में करीबन 1,000 अंकों की भारी गिरावट आएगी। इस आधार पर बीएसई सेंसेक्स 3,000 अंक से ज्यादा गिर सकता है।
निफ्टी अक्तूबर से अब तक 16 फीसदी से ज्यादा टूट चुका है। ब्रोकरेज हाउस के दिसंबर अनुमान के आधार पर निफ्टी में यहां से करीबन 8 फीसदी और गिरावट आने की आशंका है। बैंक ऑफ अमेरिका ने कहा कि निकट समय में बाजार का रुझान नीचे की ओर दिख रहा है। साथ ही कच्चे तेलों की कीमतें आगे भी ऊपर ही बनी रह सकती हैं। इससे बाजारों के मूल्य में गिरावट जारी रह सकती है।
ब्रोकिंग हाउस ने कहा कि निवेशकों को ऐसे में सावधान रहने की जरूरत है। निवेशक चाहें तो रक्षात्मक, हेल्थकेयर और यूटिलिटीज शेयरों में दांव लगा सकते हैं। हालांकि इसके ठीक उलट सीएनआई रिसर्च के चेयरमैन किशोर ओस्तवाल कहते हैं कि यही समय है जब खुदरा निवेशकों को बाजार में आना चाहिए। जो निवेशक मार्च, 2020 के अवसर को गंवा चुके हैं, उनके लिए एक बार फिर से निवेश का अवसर आया है।
अक्तूबर, 2021 में जब निफ्टी अपने रिकॉर्ड स्तर 18,694 पर था, तब उस महीने में 20.41 लाख नए निवेशक शेयर बाजार में आए थे। तब से बाजार में भारी गिरावट और विदेशी निवेशकों की बिकवाली के बाद खुदरा निवेशकों की दिलचस्पी घट रही है। उनकी संख्या लगातार कम हो रही है। हालिया आंकड़ों के अनुसार, नवंबर में 19.29 लाख निवेशक बाजार में आए तो दिसंबर में 18.70 लाख ही आए।
जनवरी, 2022 में 18.37 लाख, फरवरी में 15.76 लाख, मार्च में 14.70 लाख और अप्रैल में केवल 13.29 लाख नए निवेशक आए हैं। पिछले दो सालों से खुदरा निवेशकों ने इक्विटी बाजार में सीधे एनएसई कैश मार्केट सेगमेंट के जरिये 2.3 लाख करोड़ रुपये का निवेश किए। इसमें से 1.6 लाख करोड़ वित्तवर्ष 2022 में निवेश किया गया।
भारतीय बाजार में विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी लगातार घट रही है। यह दिसंबर, 2021 में घटकर 9 साल के निचले स्तर 19.7 फीसदी पर आ गई। जबकि खुदरा निवेशकों की हिस्सेदारी एनएसई में सूचीबद्ध कंपनियों में बढ़कर 14 साल के ऊपरी स्तर 9.7 फीसदी पर पहुंच गई है। विदेशी निवेशकों ने अक्तूबर से अब तक बाजार से 3 लाख करोड़ रुपये की निकासी की है।