निर्यात 20.55 फीसदी ज्यादा, व्यापार घाटा 4 गुना बढक़र रिकॉर्ड 24.29 अरब डॉलर
मुंबई- पेट्रोलियम उत्पादों और इंजीनियरिंग वस्तुओं के शानदार प्रदर्शन के दम पर देश का निर्यात मई, 2022 में 20.55 फीसदी बढक़र 38.94 अरब डॉलर पहुंच गया। इस दौरान आयात 62.83 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 63.22 अरब डॉलर पहुंच गया। आयात में वृद्धि से व्यापार घाटा भी सालाना आधार पर 3.79 फीसदी बढक़र रिकॉर्ड 24.29 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
मई, 2021 में 6.53 अरब डॉलर का व्यापार घाटा हुआ था। सरकार के बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष के पहले दो महीने यानी अप्रैल-मई में निर्यात करीब 25 फीसदी बढक़र 78.72 अरब डॉलर पहुंच गया। इस दौरान कुल 123.49 अरब डॉलर का आयात हुआ, जो 2021-22 की समान अवधि से 45.22 फीसदी ज्यादा है।
व्यापार घाटा भी 2022-23 की अप्रैल-मई में बढक़र 44.69 अरब डॉलर पहुंच गया, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 21.82 अरब डॉलर रहा था। इक्रा की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर का कहना है कि सोने के आयात में तेज उछाल के बीच गैर-तेल निर्यात में गिरावट ने व्यापार घाटे को इस साल मई में 24.29 अरब डॉलर तक बढ़ा दिया। अप्रैल-मई, 2022 के प्रदर्शन के आधार पर हमारा अनुमान है कि 2022-23 की पहली तिमाही में चालू खाता घाटा 2021-22 की तीसरी तिमाही के 23 अरब डॉलर से बढक़र 26 अरब डॉलर पहुंच सकता है।
आंकड़ों के मुताबिक, मई में जिन वस्तुओं के निर्यात में गिरावट आई है, उनमें अन्य प्रकार के अनाज, मांस, डेयरी उत्पाद, पॉल्ट्री उत्पाद, लौह अयस्क, काजू, हस्तशिल्प, प्लास्टिक, कालीन और मसाले शामिल हैं। सेवाओं का आयात 14.43 अरब डॉलर रहा, जो पिछले साल मई के 9.95 अरब डॉलर से 45.01 फीसदी अधिक है। चालू वित्त वर्ष के पहले दो महीनों में सेवा आयात का मूल्य 28.48 अरब डॉलर रहने का अनुमान है।