गरीबों का बीमा भी हुआ महंगा, 67 फीसदी तक सरकार ने बढ़ाया प्रीमियम
मुंबई- केंद्र सरकार ने गरीबों की बीमा योजना प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना की प्रीमियम दर को बढ़ाकर 1.25 रुपये प्रति दिन कर दिया है, जो सालाना 330 रुपये से बढ़कर 436 रुपये हो गई है। केंद्र सरकार ने इसको लेकर एक आधिकारिक बयान जारी किया है।
बयान के मुताबिक, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के लिए वार्षिक प्रीमियम 12 रुपये से बढ़ाकर 20 रुपये कर दिया गया है। ये नई प्रीमियम दरें 1 जून, 2022 से लागू हो जाएंगी। बयान के मुताबिक, पीएमजेजेबीवाई के प्रीमियम में वृद्धि 32 प्रतिशत और पीएमएसबीवाई के लिए 67 प्रतिशत है।
गौरतलब है कि 31 मार्च, 2022 तक पीएमजेजेबीवाई और पीएमएसबीवाई के तहत क्रमशः 6.4 करोड़ और 22 करोड़ बीमाकर्ताओं ने नामांकन कराया है। इन दोनों योजनाओं के तहत लाभार्थियों के बैंक खातों में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) मार्ग के माध्यम से दावा जमा किया गया है। इन योजनाओं की शुरुआत के बाद से पिछले सात वर्षों में प्रीमियम दरों में कोई संशोधन नहीं किया गया था।
बयान में कहा गया है कि संशोधित दरें अन्य निजी बीमा कंपनियों को भी योजनाओं को लागू करने के लिए बोर्ड में आने के लिए प्रोत्साहित करेंगी। इससे बीमा योजनाओं के लाभार्थियों की संख्या में वृद्धि होगी। जारी बयान में कहा गया है कि भारत को पूरी तरह से बीमाकृत समाज बनाने के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के उद्देश्य को पूरा करने के लिए अगले पांच वर्षों में पीएमजेजेबीवाई के तहत कवरेज को 6.4 करोड़ से बढ़ाकर 15 करोड़ और पीएमएसबीवाई के तहत 22 करोड़ से 37 करोड़ करने का लक्ष्य रखा गया है।
पीएम मोदी की महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना की शुरुआत 9 मई 2015 को की गई थी। प्रधानमंत्री जीवन ज्योति योजना एक साल का लाइफ इंश्योरेंस प्लान है। हर साल इसको रिन्यू करवाना पड़ता है। इस योजना को खरीदने पर व्यक्ति की मृत्यु होने के बाद उसके परिवार के सदस्यों को 2 लाख रुपये दिए जाते हैं। इस टर्म प्लान को लेने के लिए आपकी न्यूनतम आयु 18 वर्ष और अधिकतम 50 साल होनी चाहिए।
भारत का कोई भी नागरिक इस योजना में निवेश कर सकता है। इस योजना की परिपक्वता आयु 55 साल है। पीएमजेजेबीवाई, बैंक या डाकघर में खाता रखने वाले 18-50 वर्ष के आयु वर्ग के लोगों को किसी भी कारण से मृत्यु के मामले में 2 लाख रुपये का जीवन बीमा कवर प्रदान करता है।
लांच के समय से दोनों योजनाओं को करीबन 11,000 करोड़ रुपये का प्रीमियम मिला है। इसमें पीएमएसबीवाई को 1,134 करोड़ रुपये मिले, जबकि बीमा ग्राहकों ने 2,513 करोड़ रुपये का दावा भी किया। पीएमजेजेबीवाई के तहत 9,737 करोड़ रुपये का प्रीमियम मिला और 14,144 करोड़ रुपये दावे के तहत भुगतान किया गया। पीएमजेजेबीआई के तहत दावे का अनुपात 145.24 फीसदी और पीएमेसबीवाई के तहत 221.61 फीसदी अनुपात रहा। दावे के तहत जो भी रकम मिलती है, वह प्रत्यक्ष लाभ अंतरण( डीबीटी) के जरिये ग्राहक के बैंक खाते में जाती है।
प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना भी एक सरकारी बीमा योजना है। इसके जरिए अगर किसी व्यक्ति की दुर्घटना में मृत्यु हो जाती है या वह दिव्यांग हो जाता है तो उसके परिवार को 2 लाख रुपये का इंश्योरेंस कवर मिलता है।इसके अलावा आशिंक रूप से दिव्यांग होने पर भी बीमाधारक को 1 लाख रुपये की आर्थिक मदद सरकार द्वारा दी जाती है। इन दोनों योजनाओं में प्रीमियम पॉलिसी खरीदने वाले व्यक्ति के खाते से ऑटो डेबिट सिस्टम के जरिए खुद ब खुद कटता है।