आप HDFC बैंक के ग्राहक हैं तो देखिए क्या बदल सकता है   

मुंबई- एचडीएफसी बैंक में भारत की सबसे बड़ी हाउसिंग फाइनेंस कंपनी एचडीएफसी के मिलने के साथ 13.89 लाख करोड़ रुपये की मार्केट वैल्यू वाली कंपनी बन गई है। HDFC और HDFC बैंक के शीर्ष प्रबंधन के साथ ही इंडस्ट्री जानकारों का मानना है कि यह मर्जर दोनों ही कंपनियों, स्टेकहोल्डर्स, कस्टमर्स और साथ ही इकोनॉमी के लिए अच्छी खबर है।  

विलय पूरा होने में 12 से 18 महीने लग सकते हैं, जिससे स्पष्ट है कि तब तक तो स्थिति ऐसी ही बनी रहेगी। इस प्रस्ताव को अभी रेगुलेटर्स की मंजूरी की जरूरत है। इसमें RBI, सेबी (SEBI), इरडा (IRDAI), पीएफआरडीए (PFRDA) और सीसीआई (CCI) शामिल हैं। प्रबंधन ने संकेत दिए हैं कि मर्जर वित्त वर्ष 24 की तीसरी या चौथी तिमाही में प्रभावी हो सकता है। 

एचडीएफसी बैंक के एमडी और सीईओ शशिधर जगदीशन ने कहा कि एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक के डिपॉजिटर्स को अभी जो ब्याज मिल रहा है, वह मिलता रहेगा। मर्जर के बाद बैंक की दरों में सामंजस्य कायम किया जाएगा। वर्तमान में एचडीएफसी दो साल और नौ महीने की अवधि वाली 2 करोड़ रुपये तक की जमा पर 6.15-6.35 फीसदी सालाना का ब्याज देगा।  

एचडीएफसी बैंक इतनी ही अवधि के लिए सालाना 5.2-5.7 ब्याज देता है। एचडीएफसी के डिस्ट्रीब्यूटर्स ने कहा कि टॉप डिस्ट्रीब्यूटर्स उनके साथ संपर्क में हैं और बदलाव सहज होने का अनुमान है। हाउसिंग फाइनेंस कंपनी एचडचीएफसी का होम लोन पोर्टफोलियो एचडीएफसी बैंक को मिल जाएगा। भले ही दोनों पर आरबीआई के नियम लागू होते हैं, लेकिन खुदरा होमलोन के लिए बैंकिंग के नियम अलग हैं।  

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