यूक्रेन से भारतीयों को लाने के लिए भारत 26 फ्लाइट भेजेगा, मोदी का फैसला
मुंबई- रूस का यूक्रेन पर हमला लगातार 7वें दिन भी जारी है। इस बीच ऑपरेशन गंगा के तहत यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने का मिशन भी जारी है। इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार शाम हाई लेवल मीटिंग की।
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने बताया कि यूक्रेन से भारतीयों को निकालने के लिए 3 दिनों में 26 फ्लाइट्स भेजने का फैसला किया गया है। भारतीयों को एयरलिफ्ट करने के लिए बुखारेस्ट और बुडापेस्ट के अलावा पोलैंड और स्लोवाक के एयरपोर्ट का भी इस्तेमाल किया जाएगा। नवीन शेखरप्पा की बॉडी वापस लाने के लिए भारत यूक्रेन के लोकल अथॉरिटी के संपर्क में हैं।
श्रृंगला ने कहा कि हमारे सभी नागरिकों ने कीव छोड़ दिया है, हमारे पास जो जानकारी है उसके मुताबिक कीव में हमारे और नागरिक नहीं हैं, वहां से हमें किसी ने संपर्क नहीं किया है। हमने जब अपनी पहली एडवाइजरी जारी की थी उस समय यूक्रेन में लगभग 20,000 भारतीय छात्र थे, तब से लगभग 12,000 छात्र यूक्रेन छोड़ चुके हैं।
बाकी बचे 40% छात्रों में से लगभग आधे संघर्ष क्षेत्र में हैं और आधे यूक्रेन के पश्चिमी बॉर्डर पर पहुंच गए हैं या उसकी तरफ बढ़ रहे हैं। यूक्रेन में फंसे 218 भारतीयों को लेकर एअर इंडिया का 8वां विमान हंगरी के बुडापेस्ट से नई दिल्ली पहुंचा। इससे पहले एअर इंडिया की 7वीं फ्लाइट 182 भारतीयों को लेकर मुंबई पहुंची थी। ऑपरेशन गंगा के तहत अब तक 8 फ्लाइट्स से कुल 1,836 भारतीयों को देश वापस लाया जा चुका है।
स्पाइसजेट भी यूक्रेन में फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए एक विमान स्लोवाकिया के कोसिसे भेज रहा है। केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू इसकी निगरानी के लिए भारत सरकार के विशेष दूत के रूप में कोसिसे पहुंच रहे हैं। यूक्रेन में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए भारतीय वायु सेना की मदद ली रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एयरफोर्स से कम समय में अधिक लोगों को निकालने के लिए मदद करने को कहा है। भारतीय वायु सेना आज से ऑपरेशन गंगा में कई C-17 विमान तैनाती कर रही है।