इंडिगो के को फाउंडर राकेश गंगवाल ने दिया इस्तीफा, चल रहा था विवाद
मुंबई- बजट एयरलाइन इंडिगो के को-फाउंडर और डायरेक्टर राकेश गंगवाल ने बोर्ड से नॉन-एग्जीक्यूटिव, नॉन इंडिपेंडेंट डायरेक्टर के तौर पर इस्तीफा दिया है। बोर्ड को उनका लेटर उनके पार्टनर राहुल भाटिया के MD का पद संभालने के दो हफ्ते बाद मिला है।
4 फरवरी को इंडिगो के बोर्ड ने राहुल भाटिया को मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में नियुक्त करने की मंजूरी दी थी। राहुल के साथ राकेश गंगवाल का लंबे समय से विवाद रहा है। गंगवाल लगभग 5 साल में अपनी हिस्सेदारी धीरे-धीरे कम करेंगे।
बोर्ड के लिखे लेटर में गंगवाल ने कहा, ‘मैं 15 साल से भी ज्यादा वक्त से कंपनी का शेयरहोल्डर रहा हूं। एक दिन अपनी होल्डिंग्स को डाइवर्सिफाई करने के बारे में सोचना नेचुरल है। अगले पांच साल में मेरा लक्ष्य धीरे-धीरे अपनी इक्विटी हिस्सेदारी में कमी लाना है।
2019 में कॉरपोरेट गवर्नेंस के मुद्दों पर गंगवाल और भाटिया के बीच विवाद देखने को मिला था। उनका विवाद लंदन, फ्लोरिडा और मैरीलैंड की अदालतों में पहुंचा था। फॉर्च्यून रियल टाइम इंडेक्स के हिसाब से राकेश गंगवाल की नेटवर्थ 34 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा है।
इंडिगो को ऑपरेट करने वाली कंपनी इंटरग्लोब एविएशन लिमिटेड है। राकेश गंगवाल कंपनी में करीब 15 साल से लंबे समय के निवेशक रहे हैं। बाजार हिस्सेदारी के हिसाब से भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन में गंगवाल और उनके परिवार की 36.61% हिस्सेदारी है। वहीं भाटिया परिवार की कंपनी में लगभग 38% हिस्सेदारी है।
69 साल के राकेश गंगवाल ने IIT से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की है। पेन्सिलवेनिया यूनिवर्सिटी से उन्होंने बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर्स भी किया है। उनके पास अमेरिका की सिटिजनशिप है और वह फ्लोरिडा के मियामी में रहते हैं। गंगवाल ने 1984 में यूनाइटेड एयरलाइंस के साथ अपना एयरलाइन करियर शुरू किया था और यूएस एयरवेज ग्रुप में चीफ एग्जीक्यूटिव और चेयरमैन भी रहें।
उन्होंने 2006 में दोस्त राहुल भाटिया के साथ एक विमान के साथ इंडिगो की स्थापना की थी। बजट एयरलाइन इंडिगो की भारतीय बाजर में सबसे बड़ी हिस्सेदारी है। आज, इंडिगो के पास 200 से ज्यादा विमानों का बेड़ा है, 1300 से ज्यादा डेली फ्लाइट ऑपरेट करता है। 25,000 लोगों को रोजगार दिया है, और दुनिया के 60 शहरों में 126 ऑफिस हैं।