इस शेयर ने 16 महीने में 100 रुपए का 300 रुपए बनाया, जानिए कौन सा है स्टॉक

मुंबई- क्लाउंड कम्युनिकेशन सर्विसेज प्रोवाइडर रूट मोबाइल  का शेयर निवेशकों के लिए मल्टीबैगर साबित हुआ है। यह शेयर अपने इश्यू प्राइस से करीब 380 फीसदी मजबूत हो चुका है। शेयर की लिस्टिंग साल 2020 में 21 सितंबर को यानी करीब 16 महीने पहले हुई थी। कंपनी की शुरूआत साल 2004 में हुई थी। कंपनी मुख्य रूप से ओटीटी और मोबाइल नेटवर्क ऑपरेटर (एमएनओ) के लिए ओमनीचैनल क्लाउड कम्युनिकेशन सर्विस का काम करती है। 

ब्रोकरेज हाउस एमके ग्लोबल ने शेयर में 2330 रुपये पर इसमें निवेश की सलाह दी है। ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी का न्यू प्रोडक्ट से आने वाला रेवेन्यू उम्मीद से बेहतर रहा है। कंपनी ने न्यू प्रोडक्ट से आने वाले रेवेन्यू के लिए जो टारगेट बनाया था, उसके बेहद करीब है। ब्रोकरेज हाउस एमके ग्लोबल ने शेयर में 2330 रुपये का टारगेट दिया है। जबकि शेयर का करंट प्राइस 1496 रुपये है। इस लिहाज से प्रति शेयर 834 रुपये या करीब 56 फीसदी की ग्रोथ हासिल हो सकती है।  

ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि कंपनी का न्यू प्रोडक्ट से आने वाला रेवेन्यू सालाना आधार पर 156 फीसदी और तिमाही आधार पर 67 फीसदी बढ़कर दिसंबर तिमाही के अंत में 27.7 करोड़ रुपए रहा है। यह कुल रेवेन्यू का करीब 4.9 फीसदी है। रूट मोबाइल ने वित्त वर्ष 2022 के लिए न्यू प्रोडक्ट से आने वाले रेवेन्यू के लिए जो टारगेट रखा था, वह हासिल हो सकता है। 

ब्रोकरेज का कहना है कि कंपनी का ओवरआल रेवेन्यू भी उम्मीद से बेहतर रहा है। रेवेन्यू में सालाना आधार पर 46.2 फीसदी और तिमाही आधार पर 29.2 फीसदी की ग्रोथ देखने को मिली है। हालांकि मार्जिन उम्मीद से कुछ कमजोर रहा है। 

रूट मोबाइल की शेयर बाजार में 21 सितंबर 2020 को लिस्टिंग हुई थी। आईपीओ के लिए इश्यू प्राइस 350 रुपये रखा गया था, जबकि शेयर की लिस्टिंग 708 रुपये पर हुई। वहीं लिस्टिंग वाले दिन यह इश्यू प्राइस से 86 फीसदी बढ़कर 651 रुपए पर बंद हुआ था। अब शेयर का भाव 1680 रुपये हो चुका है। यानी इश्यू प्राइस की तुलना में करीब 380 फीसदी ज्यादा। यानी जिन निवेशकों ने इश्यू में पैसा लगाया था, उनका पैसा 16 महीने में करीब 5 गुना बढ़ गया। 

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