फ्यूचर ग्रुप अब बीमा बिजनेस से बाहर निकलेगा
मुंबई- कर्ज के बोझ से दबा फ्यूचर ग्रुप समयबद्ध तरीके से अपने इंश्योरेंस बिजनेस से बाहर निकल जाएगा और उसकी कर्ज कम करने के लिए अपने असेट मोनेटाइजेशन प्लान के तहत फ्यूचर जनरली इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लि. (एफजीआईआईसीएल) में अपनी 25 फीसदी इक्विटी अपने जेवी पार्टनर जनरली को बेचने की योजना है। इससे कंपनी को 1,252.96 करोड़ रुपये मिलने का अनुमान है।
एफजीआईआईसीएल, फ्यूचर एंटरप्राइजेस (एफईएल) और जनरली पार्टिसिपेशंस नीदरलैंड्स एनवी (जनरली) के बीच का ज्वाइंट वेंचर है और जनरल इंश्योरेंस सेक्टर में ऑपरेट करती है। इसके अलावा, किशोर बियाणी की अगुआई वाला ग्रुप, जनरली के साथ अपने एक अन्य ज्वाइंट वेंचर फ्यूचर जनरली इंडिया लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लि. (एफजीआईएलआईसीएल) में अपनी हिस्सेदारी बेचने के विकल्पों को खंगाल रही है, जो लाइफ इंश्योरेंस सर्विसेज उपलब्ध कराता है।
फ्यूचर एंटरप्राइज ने कहा कि कंपनी एफजीआईएलआईसीएल और एफजीआईआईसीएल में अपनी बाकी हिस्सेदारी बेचने के ऑप्शन खंगाल रही है और उसे समयबद्ध तरीके से अपने इंश्योरेंस ज्वाइंट वेंचर्स से बाहर निकलने की उम्मीद है। यह बिक्री एफईएल की कोविड-19 से प्रभावित कंपनियों के लिए वन टाइम रिस्ट्रक्चरिंग (ओटीआर) योजना के तहत प्रतिबद्धता के अनुरूप है, जो उसने बीते साल बैंकों और लेंडर्स के कंसोर्शियम के साथ जाहिर की थी। इसके तहत फ्यूचर ग्रुप की कंपनी को असेट मोनेटाइजेशन के जरिए अपना कर्ज चुकाना है।
ओटीआर के तहत, एफईएल को इस साल मार्च के अंत तक लगभग 2,200 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाना है। वर्तमान में, एफईएल के पास जनरल इंश्योरेंस फर्म एफजीआईआईसीएल में 49.91 फीसदी हिस्सेदारी है और जनरली के साथ डील के बाद यह हिस्सेदारी घटकर 24.91 फीसदी रह जाएगी। इसमें कहा गया, “जनरली प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 74 फीसदी हिस्सेदारी के साथ एफजीआईआईसीएल की कंट्रोलिंग शेयरहोल्डर हो जाएगी।
वर्तमान में जनरली के पास इसकी 49 फीसदी हिस्सेदारी है। फ्यूचर ग्रुप की कंपनी द्वारा दी गई रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा गया, इसके अलावा जनरली के पास एफजीआईआईसीएल की बाकी हिस्सेदारी खरीदने का भी विकल्प होगा। रेगुलेटरी फाइलिंग में कहा गया, “एफईएल ने अपने जनरल इंश्योरेंस ज्वाइंट वेंचर में 25 फीसदी हिस्सेदारी जेवी पार्टनर जनरली को 1,252.96 करोड़ रुपये में बेचने पर सहमति दे दी है।