TCS और इंफोसिस का फायदा बढ़ा,16.6% ज्यादा भाव पर TCS खरीदेगी शेयर

मुंबई- यह पहली बार हुआ है, जब तीन IT कंपनियों ने एक ही दिन अपना रिजल्ट जारी की हैं। विप्रो, इंफोसिस और TCS ने दिसंबर तिमाही का रिजल्ट जारी किया।

देश की सबसे बड़ी IT कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस (TCS) को दिसंबर तिमाही में 9,769 करोड़ रुपए का फायदा हुआ है। एक साल पहले 8,701 करोड़ रुपए की तुलना में यह 12.3% ज्यादा है। इसका रेवेन्यू 16.3%बढ़कर सालाना आधार पर 48,885 करोड़ रुपए रहा, जो एक साल पहले इसी समय में 42,015 करोड़ रुपए था।

टीसीएस ने 7 रुपए प्रति शेयर का अंतरिम लाभांश घोषित किया है। डिविडेंड 7 फरवरी तक खाते में जमा होगा। TCS 18 हजार करोड़ रुपए शेयर को निवेशकों से वापस खरीदेगी। TCS का शेयर 1.50% गिरकर 3,857 रुपए पर बंद हुआ।
कंपनी ने 4,500 रुपए प्रति शेयर के आधार पर बायबैक घोषित किया है। यानी आज के भाव पर निवेशकों को 16.67% का फायदा मिलेगा।

2017 के बाद से यह चौथा बायबैक है और साथ ही इस कैलेंडर साल में शेयर खरीदने वाली यह पहली IT कंपनी है। बायबैक के तहत कुल 4 करोड़ या 1.08% शेयर खरीदेगी। इससे पहले अक्टूबर 2020 में कंपनी ने 3 हजार रुपए प्रति शेयर पर बायबैक किया था।

TCS के पास कुल 5.56 लाख कर्मचारी हैं। दिसंबर तिमाही में इसके 15.3% कर्मचारियों ने कंपनी छोड़ दिया था। इसने दिसंबर तिमाही में 28,238 कर्मचारियों को हायर किया है। इसके साथ ही इसके पास 2 लाख महिला कर्मचारी हो गई हैं। यह एक रिकॉर्ड है।

इसी तरह इंफोसिस को दिसंबर तिमाही में 5,809 करोड़ रुपए का फायदा हुआ है। एक साल पहले इसी समय में 5,197 करोड़ रुपए का प्रॉफिट था। इसमें 11.8% की बढ़त आई है।

इंफोसिस का रेवेन्यू एक साल पहले दिसंबर तिमाही में 25,927 करोड़ रुपए था, जो दिसंबर 2021 की तिमाही में 31,867 करोड़ रुपए रहा। इसमें 22.91% की बढ़त हुई है। इसने चौथी तिमाही में रेवेन्यू में 19.5 से 20% के ग्रोथ की उम्मीद जताई है। इसका शेयर 1.16% बढ़कर 1,877 रुपए पर बंद हुआ।

इंफोसिस के CEO सलिल पारेख ने कहा कि हमारी उम्मीद है कि टेक्नोलॉजी में भारी निवेश आगे भी जारी रहेगा। हमारा मजबूत प्रदर्शन और मार्केट शेयर लगातार बढ़ रहा है। कुल रेवेन्यू में डिजिटल का कारोबार 58.5% रहा। एक साल में इंफोसिस का शेयर 36.65% बढ़ा है। निफ्टी का IT इंडेक्स इसी दौरान 24.75%बढ़ा है। तिसरी तिमाही में कंपनी ने कुल 2.53 अरब डॉलर की डील हासिल की।

हालांकि कंपनी को छोड़कर जाने वाले कर्मचारियों की संख्या दिसंबर तिमाही में बढ़ गई है। इस तिमाही में 25.5% कर्मचारियों ने कंपनी छोड़ दी, जबकि एक साल पहले इसी समय में 20.1% कर्मचारी छोड़ गए थे। सितंबर तिमाही में 11% लोगों ने इस्तीफा दिया था। इसके पास कुल 2.92 लाख कर्मचारी हैं। दिसंबर तिमाही में इसने 15,125 कर्मचारियों की भर्ती की है।

विप्रो को दिसंबर तिमाही में 2,972 करोड़ रुपए का शुद्ध फायदा हुआ है। एक साल पहले इसी तिमाही में हुए 2,997 करोड़ की तुलना में यह मामूली कम है। इसका शेयर आधा पर्सेंट की गिरावट के साथ 691 पर बंद हुआ। विप्रो का शेयर एक साल में 49.62% बढ़ा है।

इसने कहा कि इसका रेवेन्यू 20,313 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले इसी तिमाही में यह 15,670 करोड़ रुपए था। यानी इसमें सालाना आधार पर 29.6% की बढ़त दिखी है। कंपनी ने कहा कि इसके IT सेगमेंट सर्विसेस का रेवेन्यू 19,988 करोड़ रुपए रहा। इसमें सालाना आधार पर 28.5% की बढ़त रही।

विप्रो ने एक रुपए का अंतरिम डिविडेंड घोषित किया है। हालांकि अगर केवल विप्रो की ही बात की जाए, यानी इसकी दूसरी कंपनियों की बात न करें तो इसके शुद्ध फायदे में 8.67% की गिरावट आई है। यह फायदा 2,419.8 करोड़ रुपए रहा। एक साल पहले इसी तिमाही में यह 2,649.7 करोड़ रुपए था।

इसका रेवेन्यू 12,596 से 21.29% बढ़कर 15,278 करोड़ रुपए हो गया है। यह विश्लेषकों के अनुमान से करीबन 30% कम है। कंपनी ने दिसंबर तिमाही में 7 नए ग्राहक जोड़े हैं। इसने दो कंपनियों को इसी तिमाही में खरीदने की प्रक्रिया भी पूरी की।

चौथी तिमाही यानी जनवरी-मार्च 2022 के बारे में विप्रो ने कहा कि IT सेवाओं से रेवेन्यू 20,200 से 20,600 करोड़ रुपए के बीच रह सकता है। इसके पास कुल 2.31 लाख कर्मचारी हैं। तीसरी तिमाही में इसने 10,306 कर्मचारियों की भर्ती की है। इसके 22.7% कर्मचारियों ने नौकरी छोड़ी जबकि सितंबर तिमाही में 20.5% कर्मचारियों ने कंपनी छोड़ी थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *