RBL बैंक का शेयर 8% गिरा, 300 करोड़ के कर्ज के कारण हुई आहूजा की छुट्टी
मुंबई- आरबीएल बैंक के शेयरों में कल फिर 8% से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई और यह 132 रुपए पर पहुंच गया। ये शेयर अपने 52 हफ्ते के निचले स्तर पर पहुंच गया। कर्ज मंजूर होने के सात महीनों के अंदर बैंक द्वारा 300 करोड़ रुपए के कर्ज को बट्टे खाते में डालने की रिपोर्ट आने के बाद से यह स्टॉक फोकस में है। इस रिपोर्ट का इस स्टॉक पर निगेटिव प्रभाव पड़ता दिखाई दिया।
उधर रिजर्व बैंक ने आहूजा को अंतरिम सीईओ बनाने को मंजूरी दे दी है। इसके बाद भी कल शेयर 132.75 रुपये तक पहुंच गया था। हालांकि एक बार तो यह इस स्टॉक ने 130.50 रुपये के 52 सप्ताह के निचले स्तर को छुआ। निजी सेक्टर के आरबीएल बैंक में भारतीय रिजर्व बैंक के अचानक हस्तक्षेप का मुख्य कारण 300 करोड़ रुपये का कर्ज था, जिसे मंजूरी के महज सात महीने के अंदर बट्टे खाते में डाल दिया गया था।
आरबीएल बैंक ने 30 दिसंबर को बताया कि आरबीआई ने राजीव आहूजा को बैंक के अंतरिम प्रबंध निदेशक और सीईओ के रूप में 25 दिसंबर, 2021 से तीन महीने की अवधि तक या इस अवधि में जब तक रेगुलर एमडी और सीईओ की नियुक्ति ना हो तब तक की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। वहीं योगेश दयाल को अचानक बैंक के अतिरिक्त डायरेक्टर के रूप में नियुक्त करने के 2 दिनों बाद 27 दिसंबर को आरबीआई ने कहा था कि बैंक के वित्तीय स्थिति अच्छी है और इसके पास पर्याप्त पूंजी है।
एडलवाइस सिक्योरिटीज की रिपोर्ट के बाद स्टॉक के भाव पर अतिरिक्त दबाव है। इसकी रिपोर्ट में कहा गया है कि मार्च 2022 में होने वाली नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की आगामी समीक्षा में निजी क्षेत्र के इस बैंक को निफ्टी बैंक इंडेक्स से बाहर रखा जा सकता है। बैंक में हालिया घटनाक्रम के बाद इंडेक्स चेंज की उम्मीद है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेस ने कहा कि मौजूदा घटनाक्रम ने बैंक की चिंताएं बढ़ा दी है और इसके साथ ही कुछ अन्य मिड साइज्ड बैंकों पर भी रेगुलेटर द्वारा ऐक्शन लिया जा सकता है। इसलिए हम अपनी रेटिंग की समीक्षा कर रहे हैं और आगे के घटनाक्रमों के प्रति सतर्क रहते हुए 3QFY22 रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने स्टॉक पर रेटिंग को डाउनग्रेड करते हुए “बिकवाली” की रेटिंग दी है और इस स्टॉक पर अनिश्चितता के चलते लक्ष्य को 181 रुपये से घटाकर 131 रुपये कर दिया है।