वोडाफोन ने टेस्ट किया 5G, 4.1Gbps की मिलेगी स्पीड
पुणे- देश में तीसरे नंबर की टेलीकॉम ऑपरेटर वोडाफोन आइडिया ने शुक्रवार को 5G की पुणे में टेस्टिंग की। इस दौरान कंपनी ने 4.1Gbps की की स्पीड हासिल की। यह स्पीड 26 गीगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम पर टेस्ट की गई थी।
वोडाफोन आइडिया के मुख्य टेक्नोलॉजी अधिकारी जगबीर सिंह ने बताया कि ट्रायल के दौरान हमने 4.1Gbps की स्पीड हासिल की। कंपनी को 5G के ट्रायल के लिए पुणे, महाराष्ट्र और गांधीनगर मिला हुआ है। इसने गांधीनगर में नोकिया के साथ और पुणे में एरिक्सन के साथ ट्रायल किया है।
जगबीर सिंह ने कहा कि सरकार ने 5G ट्रायल को 6 महीने के लिए बढ़ा दिया है। इसे मई 2022 तक या फिर स्पेक्ट्रम के ऑक्शन तक बढ़ाया गया है। जो भी इसमें जल्दी होगा, उस तारीख तक कंपनी ट्रायल कर सकती है। मुख्य कॉर्पोरेट अधिकारी पी. बालाजी ने कहा कि ट्रायल को मई तक बढ़ाया गया है, पर सरकार ने स्पेक्ट्रम की नीलामी के बारे में कोई तारीख नहीं बताई है।
वोडाफोन इंडिया ने इस ट्रायल में बताया कि 5G के उपयोग से देश के दूर-दराज एरिया में मेडिकल की सुविधा, क्लाउड गेमिंग, पब्लिक सुरक्षा, आपातकाल सेवाओं को आसान बनाया जा सकता है। वोडाफोन के अधिकारियों ने बताया कि 5G के आने से सारी चीजें काफी आसान हो जाएंगी। क्योंकि 4G की स्पीड से उतनी तेजी से चीजों को कवर नहीं किया जा सकता है।
वोडाफोन आइडिया इस समय अपने नेटवर्क को मजबूत बनाने पर फोकस कर रही है। कंपनी का मानना है कि आनेवाले समय में उसका नेटवर्क अच्छा हो जाएगा। 5G के उपयोग से हेल्थ, एजुकेशन, एग्री, गेम और अन्य सेक्टर्स में बहुत आसानी से लोगों को सुविधाएं मिलेंगी।