पंजाब नेशनल बैंक का कारोबार 18.51 लाख करोड़ रुपए हुआ, कैनरा बैंक तीसरे नंबर पर
मुंबई- देश में सरकारी बैंकिंग में पंजाब नेशनल बैंक ने दूसरी तिमाही में अच्छा रिजल्ट पेश किया है। इसका कुल कारोबार 18.51 लाख करोड़ रुपए का हो गया है। एसबीआई की करीबन 40 लाख करोड़ रुपए की बैलेंसशीट के बाद यह दूसरा सबसे बड़ा बैंक है। तीसरे नंबर पर कैनरा बैंक है जो 17 लाख करोड़ रुपए की बैलेंसशीट के साथ है। चौथे नंबर पर बैंक ऑफ बड़ौदा 16 लाख करोड़ रुपए की बैलेंसशीट के साथ है।
बता दें कि देश में सरकार कुल 8 सरकारी बैंक रखना चाहती है। इसलिए पिछले दो सालों से छोटे सरकारी बैंकों को बड़े बैंकों में मिलाया जा रहा है। इस समय देश में 12 सरकारी बैंक हैं। इसमें से 4 बैंकों को बड़े बैंकों में मिलाए जाने की योजना है। इसमें सेंट्रल बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, इंडियन ओवरसीज और पंजाब एंड सिँध बैंक हैं। बड़े बैंकों में एसबीआई, पंजाब नेशनल, कैनरा बैंक, यूनियन बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ इंडिया हैं।
पंजाब नेशनल बैंक ने बताया कि दूसरी तिमाही यानी जुलाई से सितंबर के दौरान उसकी कुल आय 21,262 करोड़ रुपए रही। उसका फायदा 78 पर्सेंट बढ़कर 1,105 करोड़ रुपए रहा है। 2020 में सितंबर तिमाही में बैंक को 620.81 करोड़ रुपए का फायदा हुआ था। बैंक की डिपॉडिट 11.15 लाख करोड़ रुपए रही है जबकि उधारी 7.35 लाख करोड़ रुपए रही है। पिछले साल सितंबर में डिपॉजिट 10.69 लाख करोड़ रुपए जबकि उधारी 7.16 लाख करोड़ रुपए थी।
चालू और बचत खाता का शेयर 45.4 पर्सेंट रहा है। दोनों की डिपॉजिट 8.6 पर्सेंट सालाना आधार पर बढ़कर 4.98 लाख करोड़ रुपए रही है। बचत खाते की डिपॉजिट 4.26 लाख करोड़ रुपए रही। बैंक ने बताया कि उसकी रिटेल क्रेडिट 4 पर्सेंट बढ़कर 3.91 लाख करोड़ रुपए रही। घरेलू उधारी में रिटेल, एग्रीकल्चर और एमएसएमई का हिस्सा 54.7 पर्सेंट रहा। एक साल पहले यह 53.9 पर्सेंट था। रिटेल में हाउसिंग लोन 73,738 करोड़ रुपए रहा। गाड़ियों का लोन 10,378 करोड़ रुपए रहा।
पर्सनल लोन 10,483 करोड़ रुपए और कृषि लोन 1.33 लाख करोड़ रुपए का रहा। एमएसएमई में बैंक की उधारी 1.24 लाख करोड़ रुपए रही। बैंक का ग्रॉस एनपीए यानी बुरा फंसा कर्ज सितंबर तिमाही में 13.63 पर्सेंट रहा जो कि एक साल पहले 14.33 पर्सेंट था। शुद्ध एनपीए 5.49 पर्सेंट रहा। एक साल पहले यह 5.84 पर्सेंट था।