जी एंटरटेनमेंट को मिली राहत, कोर्ट ने EGM बुलाने की मांग खारिज की

मुंबई- जी एंटरटेनमेंट के मामले में इन्वेस्को को मंगलवार को बॉम्बे हाईकोर्ट से बड़ा झटका लगा है। बॉम्बे हाईकोर्ट ने इन्वेस्को की ओर से एक्स्ट्रा जनरल मीटिंग ( EGM) बुलाने की मांग को खारिज कर दिया है। इससे पहले बॉम्बे हाईकोर्ट ने जी बोर्ड को EGM बुलाने की सलाह दी थी। बॉम्बे हाईकोर्ट ने 21 अक्टूबर को इस मामले पर सुनवाई की थी।  

इस वजह से जी एंटरटेनमेंट का शेयर आज BSE पर 4.27% बढ़कर 317 रुपए पर बंद हुआ। दरअसल कंपनी के शेयरहोल्डर इन्वेस्को डेवलपिंग मार्केट फंड्स और OFI ग्लोबल चाइना फंड ने EGM मीटिंग बुलाने की मांग रखी थी। बॉम्बे हाईकोर्ट ने EGM में पारित प्रस्ताव को तब तक सुरक्षित रखने का निर्देश भी दिया था, जब तक EGM बुलाने की मांग वैध है या नहीं, इस पर फैसला नहीं हो जाता। अब कोर्ट ने EGM बुलाने की अर्जी को खारिज करके इस बात को साफ कर दिया है। 

जी एंटरटेनमेंट में इन्वेस्को और OFI ग्लोबल चाइना की हिस्सेदारी 18% है। दोनों कंपनियों ने हाल ही में कंपनी को EGM बुलाने की मांग की थी। गौरतलब है कि MD और CEO के अलावा निदेशक अशोक कूरियन और मनीष चोखानी को हटाने के लिए इन्वेस्को ने EGM बुलाने की मांग की थी। कूरियन और चोखानी पहले ही अपने ओहदे से इस्तीफा दे चुके हैं। इन्वेस्को ने 6 नए निदेशकों की नियुक्ति करने की भी मांग की थी, लेकिन जिन लोगों की नियुक्ति की मांग की जा रही थी, उनका एंटरटेनमेंट और मीडिया इंडस्ट्री से कोई ताल्लुक नहीं था। 

इन्वेस्को ने 11 सितंबर को जी एंटरटेनमेंट को EGM बुलाने को कहा था। जी ने EGM बुलाने से मना कर दिया था। इसके बाद इन्वेस्को ने NCLT में मामला दर्ज कराया था। NCLT ने दो दिन में मीटिंग बुलाने की तारीख बताने का आदेश दिया। पर जी एंटरटेनमेंट NCLT के ट्रिब्यूनल में चली गई। ट्रिब्यूनल ने इसके लिए दो हफ्ते का समय जी को दिया था। 

इन्वेस्को की मांग है कि जी एंटरटेनमेंट के अभी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर को हटाकर नया बोर्ड लाया जाए। इसमें कंपनी के MD पुनीत गोयनका भी शामिल हैं। हालांकि जी ने इससे मना कर दिया था। इन्वेस्को के इस मुद्दे को उठाए जाने के बाद दो स्वतंत्र निदेशकों ने 11 सितंबर को ही इस्तीफा दे दिया था। इन्वेस्को ने नए बोर्ड के लिए 6 नाम भी दे दिया था। 

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