विप्रो इस साल में 17 हजार फ्रेशर्स को देगी नौकरी, फायदा बढ़ा
मुंबई- देश की टॉप आईटी कंपनियों में शुमार विप्रो (Wipro) मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान 17 हजार फ्रेशर्स की भर्ती करेगी। अगले वित्त वर्ष के दौरान यह संख्या 25 हजार तक पहुंच सकती है। कंपनी में नौकरी छोड़ कर जाने की दर इस तिमाही के दौरान बढ़ कर 20.5 फीसदी हो गई है। पिछली तिमाही में यह दर 15.5 फीसदी थी।
हालांकि इस बीच कंपनी ने सैलरी में दूसरी बढ़ोतरी की है. बढ़ी हुई सैलरी सितंबर से लागू हो गई है। कंपनी के सीएफओ जतिन दलाल के मुताबिक कंपनी ने 11,475 कर्मचारी जोड़े हैं। इसके साथ ही कंपनी के कर्मचारियों की संख्या बढ़ कर 2,21,365 हो गई है। जहां तक कैंपस से सेलेक्शन का मामला है तो इसने जून-सितंबर तिमाही में 8,100 फ्रेशर्स की भर्ती की है। किसी भी तिमाही में यह फ्रेशर्स की अब तक की सबसे बड़ी भर्ती है। कंपनी ने फ्रेशर्स की भर्ती का टारगेट बढ़ा दिया था. पहले उसका इरादा 6 हजार फ्रेशर्स की भर्ती का था।
विप्रो को चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में 19 फीसदी अधिक मुनाफा हुआ है। कंपनी ने दूसरी तिमाही में 2,930 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया है. कंपनी का रेवेन्यू भी 30 फीसदी बढ़ कर 19,760 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है. कंपनी का आईटी सेगमेंट का रेवेन्यू तिमाही आधार पर 6.9 फीसदी बढ़ा है वहीं सालाना आधार पर रेवेन्यू में 29.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
कंपनी के सीईओ और एमडी Thierry Delaporte ने कहा कि दूसरी तिमाही के नतीजे बताते हैं कि कंपनी की रणनीति बिल्कुल सही ढंग से काम कर रही है। हम 10 अरब डॉलर के रेवेन्यू को पार कर चुके हैं. कंपनी के चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर जतिन दलाल ने कहा कि दूसरी तिमाही में कंपनी ऑपरेटिंग मार्जिन कायम रखने में कामयाब रही। कंपनी ने हाल में जो अधिग्रहण किए हैं और इसकी ओर से जो निवेश हुआ है उससे बिजनेस स्केल में बढ़ोतरी हुई है।