इन्वेस्को ने लिखा पत्र, कहा जी एंटरटेनमेंट से शेयरधारकों को नुकसान हो रहा है
मुंबई- जी एंटरटेनमेंट के निवेशक इन्वेस्को डेवलपिंग मार्केट फंड्स ने शेयर होल्डर्स को खुला पत्र लिखा है और कंपनी के फाउंडर और बोर्ड पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इन्वेस्को ने अपने पत्र में कहा है कि मौजूदा लीडरशिप और बोर्ड के फैसलों से शेयरहोल्डर्स का लगातार नुकसान हो रहा है।
इन्वेस्को ने ये भी कहा है कि लीडरशिप बदलने की मांग के बदले उसके खिलाफ पीआर कैंपेन चलाया जा रहा है। ये गवर्नेंस पर जवाबदेही से बचने की कोशिश है। कंपनी की नीतियों से 4 फीसदी हिस्सेदारी वाले फाउंडर फायदा उठा रहे हैं। जबकि 96 फीसदी हिस्सेदारी वाले शेयरहोल्डर्स को खमियाजा भुगतना पड़ रहा है। मौजूदा बोर्ड और मैनेजमेंट ने कंपनी को नुकसान पहुंचाया है। स्ट्रैटेजिक साझेदारी में शेयरहोल्डर्स के साथ न्याय होना चाहिए। अच्छे गवर्नेंस से ही जी का भविष्य सुनहरा होगा।
बता दें कि जी और इनवेस्को में करीब एक महीने से कंपनी पर कंट्रोल को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है। इनवेस्को के पास जी की 18 फीसदी हिस्सेदारी है। वहीं सुभाष चंद्रा के परिवार के पास जी की सिर्फ 4 फीसदी हिस्सेदारी है। फिर भी जी पर हमेशा से सुभाष चंद्रा और उनके परिवार का कंट्रोल रहा है। हालांकि अब इनवेस्को ने जी को उसके प्रमोटरों के नियंत्रण से बाहर निकालने की मुहिम छेड़ रखी है।
इनवेस्को ईजीएम बुलाकर जी के एमडी और सीईओ पुनीत गोयनका को निकालना चाहती है। पुनीत, सुभाष चंद्रा के बड़े बेटे हैं। हालांकि ईजीएम से पहले जी ने सोनी के साथ मर्जर डील का ऐलान करने सभी को हैरान कर दिया। इस मर्जर डील की शर्तों में यह भी शामिल है कि पुनीत गोयनका कंपनी के एमडी और सीईओ बने रहेंगे।