रामदेव बन गए निवेश सलाहकार, सेबी ने कहा कारण बताओ क्यों दिया सलाह

मुंबई- पतंजलि आयुर्वेद के संस्थापक बाबा रामदेव बुरे फंस गए हैं। अपने बोलने की वजह से इस बार वे उलझ गए हैं। एक योगा सत्र के दौरान लोगों को रुचि सोया के शेयर्स में इनवेस्ट करने की सलाह देने से कैपिटल मार्केट रेगुलेटर सेबी नाराज है। सेबी ने रुचि सोया से यह बताने को कहा है कि रामदेव ने रेगुलेटरी नॉर्म्स का उल्लंघन क्यों किया। 

सेबी ने इस बारे में कंपनी को पत्र लिखा है। पत्र में ट्रेडिंग नॉर्म्स के कथित उल्लंघन, फ्रॉड रोकने और गलत कारोबारी तरीकों और इनवेस्टमेंट एडवाइजर रेगुलेशंस को लेकर स्पष्टीकरण मांगा गया है। इसके साथ ही SEBI ने रुचि सोया के फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) को संभाल रहे बैंकर्स और कम्प्लायंस टीम को नोटिस देकर रामदेव की ओर से दिए गए बयानों पर स्पष्टीकरण देने के लिए कहा है। इसे लेकर बैंकर्स और कम्प्लायंस टीम ने जवाब भेज दिया है। 


सेबी ने रामदेव का एक वीडियो क्लिप सामने आने के बाद यह कदम उठाया है। इस वीडियो में रामदेव एक योगा सत्र के दौरान लोगों से रुचि सोया के शेयर्स में इनवेस्टमेंट करने को कह रहे हैं। पतंजलि आयुर्वेद ने दो वर्ष पहले इनसॉल्वेंसी प्रोसेस में रुचि सोया को एक्वायर किया था। 

रुचि सोया या पतंजलि आयुर्वेद में रामदेव की कोई व्यक्तिगत हिस्सेदारी नहीं है लेकिन वे इन दोनों कंज्यूमर गुड्स ब्रांड्स का प्रतिनिधित्व करते हैं। वह रुचि सोया के नॉन-एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर हैं और इस लिहाज से वह कानूनी तौर पर इनसाइडर बन जाते हैं। 

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