अमेरिका का अफगानिस्तान पर हमला, आतंकी ग्रुप के कई कमांडर मारे गए
मुंबई- अमेरिका ने अफगानिस्तान में ISIS-खुरासान ग्रुप के ठिकानों पर ड्रोन से हमला किया है। ये हमला अफगानिस्तान के नांगहार प्रांत में किया गया है, जो कि पाकिस्तानी सीमा से लगा हुआ है और ISIS का गढ़ माना जाता है। अमेरिकी रक्षा विभाग के प्रवक्ता कैप्टन बिल अरबन ने दावा किया है कि नांगहार हमले में काबुल धमाकों का मास्टरमाइंड मारा गया है। वहीं अमेरिका ने अपने नागरिकों से कहा है कि वे काबुल एयरपोर्ट से तुरंत हट जाएं, क्योंकि वहां खतरा है।
मेरिका ने चेतावनी दी थी कि काबुल हमले का बदला लिया जाएगा और आतंकियों को ढूंढ-ढूंढ कर मारेंगे। काबुल एयरपोर्ट पर हमले की जिम्मेदारी ISIS के खुरासान ग्रुप ने ली थी। इसके बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि काबुल एयरपोर्ट पर हमला करवाने वालों के बारे में जानते हैं और उन्हें सही समय और सही जगह पर करारा जवाब दिया जाएगा। इसके 24 घंटे के अंदर ही अमेरिका ने ISIS के ठिकानों पर एयर स्ट्राइक कर दी है।
काबुल एयरपोर्ट पर एक और आतंकी हमले का खतरा मंडरा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन की राष्ट्रीय सुरक्षा टीम ने चेतावनी दी है कि अमेरिकी सैनिकों के काबुल छोड़ने से पहले आतंकी हमला कर सकते हैं। एयरपोर्ट पर गुरुवार को हुए धमाकों में 170 लोगों को मौत हो चुकी है। इन हमलों में 13 अमेरिकी सैनिक और 2 ब्रिटिश नागरिक भी मारे गए हैं, वहीं 1276 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं।
अफगानिस्तान के लोगों में फिदायीन हमलों से ज्यादा लोगों में तालिबान का खौफ है। गुरुवार शाम 6 बजे हुए सिलसिलेवार बम धमाकों के बाद काबुल एयरपोर्ट से लगे नाले में लाशें बिछी थीं। घायल इलाज के लिए पानी में पड़े तड़प रहे थे। लेकिन शुक्रवार को उसी नाले की तस्वीर कुछ और थी। यहां फिर से लोगों हुजूम उमड़ा हुआ है। लोग तालिबान से इतने खौफजदा हैं कि वे किसी भी हाल में देश छोड़ना चाहते हैं।