मध्यप्रदेश को 35 दिनों में 44 फ्लाइट्स मिली, जबलपुर, भोपाल, ग्वालियर और इंदौर पर फोकस
मुंबई- मध्यप्रदेश इस समय तेजी से उड़ान भर रहा है। पिछले 35 दिनों में इसे कुल 44 फ्लाइट्स मिली हैं। ज्यादातर नई फ्लाइट्स स्पाइसजेट और इंडिगो की ओर से शुरू की जा रही हैं। यह इसलिए संभव हुआ है, क्योंकि यहां से भाजपा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को सिविल एविएशन मंत्री बनाया गया है।
केंद्र में मंत्री बनने के बाद से सिंधिया लगातार मध्य प्रदेश के लिए एयर कनेक्टिविटी बढ़ाने का काम कर रहे हैं। सिंधिया ने मार्च में भाजपा ज्वाइन किया था। इससे पहले वे 19 साल तक कांग्रेस में थे। जुलाई में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी कैबिनेट में बदलाव किया तो सिंधिया को सिविल एविएशन की जिम्मेदारी दी। हाल में सिंधिया ने कहा कि पिछले 35 दिनों में उन्होंने 44 नई फ्लाइट्स राज्य के लिए दिया है।
राज्य को मिली 44 फ्लाइट्स में से 22 नई फ्लाइट्स ग्वालियर को मिली है। जबकि 16 फ्लाइट्स जबलपुर को मिली है। इंदौर के लिए 6 फ्लाइट्स मिली है। इसी के साथ भोपाल अब कई शहरों से कनेक्ट हो गया है। भोपाल दिल्ली, मुंबई, बंगलुरू, हैदराबाद, प्रयागराज और पुणे से सीधे कनेक्ट है। लखनऊ और आगरा के लिए जल्द ही भोपाल से फ्लाइट शुरू हो सकती है। यह सभी शहर उड़ान योजना के तहत कनेक्ट हो रहे हैं।
उड़ान योजना के तहत ग्वालियर में पहले 56 फ्लाइट्स हफ्ते में चलती थीं। अब यहां पर कुल 78 फ्लाइट्स हो गई हैं। ग्वालियर से पुणे, मुंबई और अहमदाबाद को कनेक्ट कर दिया गया है। इसके साथ ही मुंबई, हैदराबाद और बंगलुरू को भी कनेक्ट किया जाएगा। 20 अगस्त से मुंबई और जयपुर को भी ग्वालियर से सीधे कनेक्ट कर दिया जाएगा। 1 सितंबर से उड़ान के तहत इंदौर और दिल्ली के लिए भी फ्लाइट की शुरुआत हो जाएगी।
भोपाल एयरपोर्ट पर रोजाना 26 फ्लाइट्स आती और जाती हैं। फिलहाल भोपाल दिल्ली, मुंबई, बंगलुरू, हैदराबाद, प्रयागराज और पुणे से कनेक्टेड है। लखनऊ और आगरा को भी भोपाल से जल्द ही कनेक्ट किया जाएगा। साथ ही रायपुर के लिए फिर से भोपाल से फ्लाइट शुरू की जा सकती है।
इक्रा की रिपोर्ट के अनुसार 2019 और 2020 तक इस योजना को तेजी से लागू किया गया, पर 2021 में कोविड की वजह से इसकी रफ्तार घट गई। वित्त वर्ष 2018 से 2021 के दौरान सरकार ने उड़ान योजना पर कुल 3,350 करोड़ रुपए खर्च किया। वित्त वर्ष 2022 के लिए 1,130 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
इसमें से ढेर सारी फ्लाइट्स सरकार की उड़ान योजना के तहत शुरू की गई हैं। उड़े देश का आम नागरिक (उड़ान) को सरकार ने 27 अप्रैल 2017 को शुरू किया था। इस योजना का मकसद छोटे शहरों को फ्लाइट के साथ जोड़ना था। इक्रा की रिपोर्ट के अनुसार इस साल मई तक हालांकि केवल 39% ही एयरपोर्ट इस योजना के तहत चालू हो पाए थे।