जनधन अकाउंट में 42 करोड़ खाते खुले
मुंबई- सरकार द्वारा चलाई जा रही जनधन स्कीम में कुल 42 करोड़ खाते 4 अगस्त 2021 तक खुले थे। इसमें 1.43 लाख करोड़ रुपए जमा थे। इसके तहत 31 करोड़ रूपे कार्ड जारी किए गए थे। आँध्र प्रदेश में 1.16 करोड़ खाते खोले गए जिसमें 3,483 करोड़ रुपए डिपॉजिट रही।
इसी तरह असम में 1.92 करोड़ खातों में 4,373 करोड़ रुपए डिपॉजिट रही। बिहार में 4.88 करोड़ खातों में 14,538 करोड़ रुपए की जमा रकम रही। छत्तीसगढ़ में 1.54 करोड़ खाते खुले और 4639 करोड़ डिपॉजिट जबकि गुजरात में 1.62 करोड़ खातों में 6574 करोड़ रुपए की जमा रही। झारखंड में 1.55 करोड़ खातों में 4867 करोड़ रुपए की डिपॉजिट रही जबकि मध्य प्रदेश में कुल 3.58 करोड़ खाते खुले और 7956 करोड़ रुपए की डिपॉजिट रही।
महाराष्ट्र में 3.03 करोड़ खाते खुले और 9856 करोड़ रुपए जमा हुए जबकि उड़ीसा में 1.75 करोड़ खातों में 6738 करोड़ रुपए की डिपॉजिट रही। राजस्थान में 2.97 करोड़ खातों में 11607 करोड़ रुपए डिपॉजिट तो तमिलनाडु में 1.12 करोड़ खातों में 3031 करोड़ रुपए जमा रही। तेलंगाना में 1.03 करोड़ खातों में 2894 करोड़ रुपए जमा हुए जबकि उत्तर प्रदेश में 7.27 करोड खातों में 26,779 करोड़ रुपए जमा रही। पश्चिम बंगाल में 4.10 करोड़ खातों में 13597 करोड़ रुपए जमा रही।
सरकारी बैंकों में 33.80 करोड़ खातों में 111212 करोड़ रुपए डिपॉजिट रही जबकि 26.63 करोड़ रुपे कार्ड जारी किए गए। जनधन योजना की घोषणा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 अगस्त में की थी। उसी साल 28 अगस्त को इसे शुरू किया गया था। वर्ष 2018 में सरकार ने PMJDY 2.0 की शुरुआत की थी। 28 अगस्त, 2018 के बाद खोले गए PMJDY खातों के लिए रूपे कार्ड पर दुर्घटना बीमा कवर को दोगुना कर दो लाख रुपए कर दिया गया था। PMMY योजना की शुरुआत आठ अप्रैल, 2015 को हुई थी।
मुद्रा योजना में 3 प्रोडक्ट हैं
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के तहत 3 प्रोडक्ट हैं। इसके तहत शिशु, किशोर और तरुण प्रोडक्ट हैं। इसी तरह स्टैंडअप इंडिया स्कीम के तहत 91 हजार 109 महिला खातों के लिए 20 हजार 749 करोड़ रुपए के कर्ज को मंजूरी दी है। इस योजना को 5 अप्रैल 2016 को लांच किया गया था। इसमें एकदम निचले स्तर की महिलाओं को पैसों की मदद कर उनके जीवन स्तर को बढ़ावा देने की योजना है।
जनधन अकाउंट के फायदे
जनधन खाते में ओवरड्राफ्ट सुविधा के साथ-साथ रुपे डेबिट कार्ड भी उपलब्ध कराया जाता है. इस डेबिट कार्ड पर 1 लाख रुपये एक्सिडेंट इंश्योरेंस फ्री में मिलता है. सरकारी योजनाओं के लाभार्थियों को डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर के तहत सीधे जनधन खातों में फंड ट्रांसफर होता है. प्रति परिवार, खासकर परिवार की स्त्री के लिए सिर्फ एक खाते में 10,000 रुपये तक की ओवरड्राफ्ट की सुविधा मिलेगी.
सितंबर में रिपोर्ट एसबीआई की एक रिसर्च के मुताबिक कोरोना वायरस महामारी के दौरान जनधन खाता खुलवाने की दर में 60 फीसदी की तेजी आई है. 1 अप्रैल के बाद से करीब 3 करोड़ नए खाते खुले हैं और उनमें डिपॉजिट 11,600 करोड़ रुपए रहा.