सिबिल स्कोर खराब है, फिर भी मिलेगा लोन
मुंबई– कोरोना काल में पैसों की समस्या से निपटने के लिए लोग गोल्डलोन का सहारा ले रहे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण है कि इसमें कमब्याज दर पर आसानी से लोन मिलता है। देश के कई बैंक 8% से भी कमब्याज दर पर लोन दे रहे हैं। अगर आप भी गोल्ड लोन लेना चाहते हैं तोसबसे पहले ये जान लें कि कौन सा बैंक और NBFC किस ब्याज दर परलोन दे रही है। इससे आपको ज्यादा ब्याज देकर नुकसान नहीं उठानापड़ेगा।
रिजर्व बैंक यानी RBI द्वारा उपलब्ध ताजा आंकड़ों को देखें तो मई 2021में गोल्ड सेगमेंट में कर्ज 33.8% बढ़ा है, जो पिछले 12 महीनों में अन्यकिसी भी सेगमेंट से कहीं ज्यादा है। फाइनेंशियल ईयर 2020-21 में स्टेटबैंक ऑफ इंडिया (SBI) का गोल्ड लोन बिजनेस 465% बढ़कर 20,987 करोड़ रुपए का हो गया। क्योंकि लो इनकम ग्रुप, माइक्रो यूनिट औररूरल एरिया में भारी आर्थिक तंगी के चलते गोल्ड लोन की डिमांड तेजी सेबढ़ी है।
गोल्ड लोन एक तरह का सिक्योर्ड लोन होता है। इसीलिए इसमें आपकाक्रेडिट स्कोर मायने नहीं रखता है। ये लोन आपको पर्सनल लोन की तुलनामें आसानी से और कम ब्याज पर मिलता है। आप बहुत ज्यादा कर्ज लेतेहैं तो आपको पैन कार्ड, आधार आदि देना होगा। इसके अलावा पते का भीप्रूफ देना होगा। आपने जहां से सोना खरीदा है, उसका भी बिल देना पड़सकता है।
बैंक या NBFC आपको लोन की रकम और ब्याज का भुगतान (रीपेमेंट)करने के लिए कई ऑप्शन देते हैं, आप इनमें से अपनी जरूरत के हिसाबसे किसी को भी चुन सकते हैं। आप समान मासिक किस्तों (EMI) मेंभुगतान कर सकते हैं। इसके अलावा आप एकमुश्त मूल भुगतान के दौरानब्याज भर सकते हैं। इसे बुलेट रीपेमेंट कहते हैं, और इसमें बैंक मासिकआधार पर ब्याज लेते हैं।
यदि आप समय पर लोन नहीं चुका पाते हैं, तो कर्ज देने वाली कंपनी कोआपके सोने को बेचने का अधिकार है। इसके अलावा अगर सोने कीकीमत गिरती है, तो कर्जदाता आपसे अतिरिक्त सोना गिरवी रखने के लिएभी कह सकता है। गोल्ड लोन लेना तभी सही है जब आपको कुछ समय केलिए पैसों की जरूरत हो। घर खरीदने जैसे बड़े खर्च के लिए उनकाइस्तेमाल न करना सही नहीं होगा।