HDFC बैंक की उधारी पहली तिमाही में 14.4% बढ़ी, 11.47 लाख करोड़ रुपए हुई कुल उधारी

मुंबई– निजी सेक्टर के देश के सबसे बड़े बैंक HDFC बैंक की पहली तिमाही तक कुल उधारी बढ़कर 11 लाख 47 हजार 500 करोड़ रुपए हो गई है। अप्रैल से जून के बीच इसमें 14.4% की बढ़त हुई है। एक साल पहले यह उधारी 10 लाख 3 हजार 300 करोड़ रुपए थी। बैंक का शेयर 1.17% बढ़ कर 1498 रुपए पर कारोबार कर रहा था। 

बैंक ने शेयर बाजारों को दी जानकारी में बताया कि बैंक की ग्रोथ मार्च 2021 में 1.3% के करीब रही थी। उस समय कुल उधारी 11 लाख 32 हजार 800 करोड़ रुपए थी। बता दें कि अप्रैल से जून तिमाही का फाइनेंशियल रिजल्ट इसी हफ्ते से कंपनियां शुरू कर रही हैं। ऐसे में इस तिमाही में तेजी की उम्मीद है। बैंक ने कहा कि लोन कैटेगरी में रिटेल लोन की बढ़त 9% के करीब रही है।  

मार्च तिमाही में रिटेल लोन की बढ़त महज 1% ही थी। उसकी तुलना में जून में इसमें अच्छी तेजी देखी गई है। कमर्शियल और रूरल बैंकिंग लोन पहली तिमाही में 25% की दर से बढ़ा है। मार्च 2021 की तिमाही में यह 4% की दर से बढ़ा था। बैंक की कुल जमा रकम 13.2% की दर से जून तिमाही में बढ कर 13.46 लाख करोड़ रुपए हो गई है। जून 2020 में यह 11.89 लाख करोड़ रुपए थी।  

इसकी जमा में रिटेल जमा में 16.5% की बढ़त जून तिमाही में दिखी है। मार्च तिमाही में इसमें केवल 3.5% की बढ़त थी। होलसेल डिपॉजिट अभी भी स्थिर है। मार्च की तुलना में इसमें 10% की गिरावट आई है। करेंट अकाउंट और सेविंग अकाउंट (कासा) की जमा रकम में 28.2% की बढ़त देखी गई है। यह 6 लाख 12 हजार करोड़ रुपए हो गई है। इसका अनुपात 45% है। जून 2020 में यह 40.1%  पर था जबकि मार्च 2021 की तिमाही में यह 46% था।  

जून तिमाही में बैंक ने 5489 करोड़ रुपए के डायरेक्ट लोन को खरीदा है। यह लोन उसने अपनी कंपनी एचडीएफसी लिमिटेड से होम लोन के रूप में लिया है। गौरतलब है कि बैंक होम लोन अपनी इसी कंपनी से खरीदता है। वह खुद होम लोन नहीं देता है। बैंक पर रिजर्व बैंक ने पिछले साल नए क्रेडिट कार्ड लांच करने पर रोक लगा दी है। यह रोक बैंक की टेक्नोलॉजी में बार-बार गड़बड़ी की वजह से लगी है। इस वजह से इस सेगमेंट में इसकी ग्रोथ में गिरावट आ रही है।  

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