अडाणी को लगा झटका, अब दुनिया के 19 वें अमीर बिजनेसमैन, पहले 14 वें नंबर पर थे

मुंबई– देश के प्रमुख अमीर बिजनेसमैन की संपत्तियों में अच्छा खासा इजाफा हुआ है। इस साल के पहले 6 महीनों में मुकेश अंबानी, गौतम अडाणी सहित 4 बिजनेसमैन की संपत्तियों में 44.75 अरब डॉलर (3.35 लाख करोड़ रुपए) का इजाफा हुआ है। हालांकि अडाणी को झटका लगा है। वे दुनिया के अब 19 वें अमीर बिजनेसमैन हैं। पिछले महीने वे 14 वें नंबर पर थे। 

अडाणी की संपत्ति एक महीने पहले तक 5.48 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा थी। अब उनकी संपत्ति 4.52 लाख करोड़ रुपए रह गई है। ब्लूमबर्ग बिलिनेयर इंडेक्स की रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना की दूसरी लहर के बावजूद इन अमीर बिजनेसमैन की संपत्तियां नई उंचाई पर पहुंच गई हैं। आंकड़ों के मुताबिक, देश के केवल 2 ऐसे अरबपति बिजनेसमैन हैं, जिनकी संपत्तियों में इस साल गिरावट आई है। इनकी संपत्तिों में करीबन 30 हजार करोड़ रुपए की गिरावट देखी गई है। 

अडाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडाणी की संपत्ति सबसे ज्यादा बढ़ी है। हालांकि इस महीने में उनकी 6 कंपनियों के शेयरों में अच्छी खासी गिरावट आई है। बावजूद इसके अडाणी की संपत्ति इस साल 2 लाख करोड़ रुपए बढ़ कर 4.52 लाख करोड़ रुपए हो गई है। वे दुनिया के 19 वें सबसे अमीर बिजनेसमैन हैं।  

अडाणी ग्रुप के शेयरों की कीमतों में पिछले 15 दिनों में तेजी से गिरावट ने निवेशकों को भी झकझोर दिया है। ऐसा इसलिए क्योंकि उनके शेयरों में विदेशी निवेशकों का जो पैसा लगा है, उन निवेशकों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। उसे एनएसडीएल ने फ्रीज कर दिया है।  

अडाणी ग्रुप की कंपनियों में अडाणी इंटरप्राइजेज का शेयर इस साल 2.2 गुना बढ़ कर 1,523 रुपए पर पहुंच गया जबकि टोटल गैस, अडाणी ट्रांसमिशन, अडाणी पावर के शेयरों में 1.35 से 1.85 गुना की बढ़त इस साल के पहले 6 महीनों में देखी गई है। अडाणी पोर्ट और अडाणी ग्रीन एनर्जी ने इसी दौरान 47% और 7% का रिटर्न दिया है।  

मुकेश अंबानी की संपत्ति 20 हजार करोड़ रुपए बढ़कर 5.86 लाख करोड़ रुपए हो गई है। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी एशिया के सबसे अमीर बिजनेसमैन हैं। वे दुनिया के 12 वें सबसे अमीर बिजनेसमैन की लिस्ट में हैं। अंबानी ने हाल ही में अपनी सालाना मीटिंग में ग्रीन एनर्जी में 75 हजार करोड़ रुपए के निवेश की बात कही है।  

रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) का शेयर पिछले 8 महीनों से खराब प्रदर्शन किया है। यहां तक कि सालाना मीटिंग के बाद इसमें 6% तक की गिरावट आ चुकी है। मार्केट कैपिटलाइजेशन के लिहाज से देश की सबसे बड़ी यह कंपनी है। इसका मार्केट कैप 14 लाख करोड़ रुपए के करीब है। रिलायंस का मार्केट कैप इस साल 6% बढ़ा है जबकि बीएसई सेंसेक्स 10% बढ़ा है।  

विप्रो के संस्थापक चेयरमैन अजीम प्रेमजी की संपत्ति में 7.34 अरब डॉलर की बढ़त हुई है। उनकी कुल संपत्ति 32.7 अरब डॉलर रही है। इंफोसिस का शेयर इस साल में 41% बढ़ा है। आईटी कंपनी HCL के शिव नाडार की संपत्ति में 1 अरब डॉलर के करीब का इजाफा हुआ है। उनकी संपत्ति 25 अरब डॉलर रही है। HCL टेक का शेयर इस साल केवल 4% बढ़ा है।  

आर्सलर मित्तल के लक्ष्मी मित्तल और डीमार्ट के आर.के. दमानी की संपत्ति में 4.1 और 2.43 अरब डॉलर का इजाफा हुआ है। इस साल के पहले 6 महीनों में मित्तल की कुल संपत्ति 20.5 अरब डॉलर जबकि दमानी की संपत्ति 17.4 अरब डॉलर रही है। ओपी जिंदल ग्रुप की सावित्री जिंदल, सन फार्मा के दिलीप संघवी, बिरला ग्रुप के कुमार मंगलम बिरला और वाड़िया ग्रुप के नुस्ली वाड़िया की संपत्ति में इसी दौरान 1 से 4.3 अरब डॉलर की बढ़त देखी गई है।  

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सायरस पूनावाला और एशिया के अमीर बैंकर्स उदय कोटक की संपत्ति में 2-2 अरब डॉलर की गिरावट आई है। इनकी संपत्ति 14.3 अरब डॉलर से ऊपर है। सीरम की कोरोना की दवा हालांकि वैश्विक स्तर पर स्वीकार है और उपयोग में भी आ रही है, पर पूनावाला की संपत्ति में गिरावट दिखी है।  

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