रिलायंस इंडस्ट्रीज की AGM, टेलीकॉम, रिटेल पर होगा फोकस
मुंबई– देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज की सालाना मीटिंग (AGM) होगी। कंपनी की घोषणा को लेकर सभी की नजर होगी। मुख्य फोकस टेलीकॉम, रिटेल के साथ 5G सर्विसेस की शुरुआत और 5G फोन के लांच की तारीख मिल सकती है।
माना जा रहा है कि कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी तेल और गैस के साथ पेट्रोलियम के बारे में भी जानकारी दे सकते हैं। सउदी अरबिया की कंपनी अरामको रिलायंस इंडस्ट्रीज में 20% हिस्सा खरीद रही है। अभी तक यह डील अटकी पड़ी है। माना जा रहा है कि इस पर कुछ अपडेट आ सकता है। हालांकि मुख्य फोकस 5G पर ही होगा। कंपनी इस साल के अंत तक 5G सेवा शुरू करने का लक्ष्य रखी है। इसी तरह गूगल के साथ 5G फोन भी बनाने की योजना पर बात हो सकती है।
गोल्डमैन सैश का अनुमान है कि कल की AGM में टेलीकॉम की कीमतों को बढ़ाने, गूगल, फेसबुक और माइक्रोसॉफ्ट के साथ नए प्रोडक्ट लांच करने पर भी घोषणा हो सकती है। इस घोषणा पर दुनिया के दिग्गज निवेशकों की नजर होगी।
दरअसल पिछले सितंबर की तुलना करें तो कंपनी का शेयर अभी भी उसकी तुलना में कम भाव पर कारोबार कर रहा है। सितंबर में यह 2368 रुपए पर था जो अभी 2222 रुपए पर कारोबार कर रहा है। हालांकि एक महीने पहले तक यह 1950 रुपए पर कारोबार कर रहा था। रिलायंस की टेलीकॉम कंपनी रिलायंस जियो में पिछले साल कुल 1.52 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया गया था। यह निवेश माइक्रोसॉफ्ट, गूगल, फेसबुक, विस्टा, जनरल अटलांटिक, क्वॉलकॉम, सिल्वरलेक जैसी कंपनियों ने किया था। इसमें गूगल ने सबसे ज्यादा 37 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया था।
विश्लेषकों का मानना है कि जिस कोरोना में मुकेश अंबानी निवेशकों को लेकर आने में सफल रहे, उस तरह से वे उनकी उम्मीदों पर सफल नहीं रहे। क्योंकि एक तो कंपनी का शेयर लगातार कमजोर प्रदर्शन किया और इस दौरान पिछले 8-9 महीनों में कंपनी की ओर से कोई बड़ी घोषणाएं भी नहीं हुई। इसलिए निवेशकों के लिए कल का इवेंट काफी महत्वपूर्ण होगा।
आंकड़े बताते हैं कि पिछली 10 AGM की बात करें तो इसमें से 6 AGM ऐसे रहे हैं, जिस दिन कंपनी के शेयरों में गिरावट रही है। केवल 4 AGM में इसके शेयरों में बढ़त रही है। 2019 के AGM में इसका शेयर 10% बढ़ा था। यह AGM अगस्त में हुई थी। इस AGM में सउदी अरामको के साथ डील और जियो के आईओटी प्लेटफॉर्म की लांचिंग, जियो फाइबर आदि की घोषणा की गई थी। साथ ही तब तक कंपनी को विदेशों से निवेश भी मिल गया था।