अडाणी की कंपनियों के शेयरों में 22% तक की गिरावट, 6 कंपनियों के शेयरों में भारी बिकवाली
मुंबई– आज सुबह अडाणी ग्रुप की 6 लिस्टेड कंपनियों के शेयरों में 5% से लेकर 22% तक की गिरावट आई है। इसमें सबसे ज्यादा अडाणी इंटरप्राइजेज के शेयर टूटे जो 22% टूट कर 1200 रुपए पर आ गया। शुक्रवार को यह 1600 रुपए पर बंद हुआ था। इसके बाद बाकी कंपनियों के भी शेयर इसी तरह टूटे।
शेयरों में गिरावट का कारण यह था कि इस ग्रुप कंपनियों में 3 विदेशी निवेशकों का निवेश है। इन निवेशकों को सेबी ने पकड़ा है। ऐसा माना जा रहा है कि यह फर्जी निवेशक हैं। इनका पता एक ही है। इनके पास वेबसाइट नहीं है। इस तरह से सेबी ने इन तीनों विदेशी निवेशकों के निवेश को फ्रीज कर दिया है और जांच शुरू हो गई है। इन तीन विदेशी निवेशकों में अलबुला इन्वेस्टमेंट फंड, क्रेस्टा फंड और APMS इन्वेस्टमेंट फंड हैं।
डिपॉजिटरी नेशनल सिक्योरिटी डिपॉजिटरी लिमिटेड यानी एनएसडीएल के मुताबिक, इन तीनों का कुल निवेश 43,500 करोड़ अडाणी की कंपनियों में रहा है। यह अकाउंट इसलिए फ्रीज हुए क्योंकि इनके बारे में सेबी के पास जानकारी नहीं है। साथ ही इन पैसों का मालिक कौन है, यह भी पता नहीं है। इसलिए मनी लांड्रिंग एक्ट के तत इन पर कार्रवाई की गई है। हालांकि इसमें अडाणी ग्रुप का कुछ मामला नहीं है, पर उनके शेयरों में यह निवेश है, इसलिए इस ग्रुप के शेयरों में गिरावट दिखी है।
यह सभी निवेशक पोर्ट लुइस के एक ही पते पर रजिस्टर्ड हैं। अडाणी इंटरप्राइजेज में इनकी हिस्सेदारी 6.82% है। इसका मूल्य 12 हजार 8 करोड़ रुपए है। अडाणी ट्रांसमिशन में 8.03% निवेश है और इसका मूल्य 14,112 करोड़ रुपए है। अडाणी टोटल गैस में 5.92% निवेश है। इसका मूल्य 10,578 करोड़ रुपए है। जबकि अडाणी ग्रीन एनर्जी में 3.58% का निवेश है। इसका मूल्य 6,861 करोड़ रुपए है।
अडाणी ग्रुप की जिन कंपनियों के शेयरों में आज गिरावट हुई है उसमें सभी कंपनियां हैं। इसमें अडाणी ग्रीन एनर्जी का शेयर 5%, अडाणी टोटल गैस और अडाणी ट्रांसमिशन का शेयर 5-5%, अडाणी पावर का शेयर 4.96% और अडाणी पोर्ट का शेयर 15% टूटा है। एक साल में इनका रिटर्न देखें तो अडाणी इंटरप्राइजेज का रिटर्न 12.18 गुना, ग्रीन एनर्जी का 4.5 गुना, अडाणी टोटल गैस का 13.44 गुना, अडाणी ट्रांसमिशन का 8.66 गुना, अडाणी पावर का 4.11 गुना और अडाणी पोर्ट का 3.02 गुना रिटर्न रहा है।
दरअसल सेबी ने साल 2019 में मनी लांड्रिंग को रोकने के लिए विदेशी निवेशकों के केवाईसी को 2020 तक पूरा करने का आदेश दिया था। इनको नए नियमों के तहत पूरा करना था। इसमें फेल होने पर उनके डीमैट अकाउंट को फ्रीज किए जाने का नियम था। इसी आधार पर इन तीनों के अकाउंट को फ्रीज किया गया है। कहा जा रहा है कि सेबी ने अडाणी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में कीमतों में जुगाड़ पर भी जांच शुरू कर दी है। क्योंकि एक साल में इन कंपनियों ने काफी ज्यादा फायदा दिया है।
सूत्रों के मुताबिक, वैसे सेबी ने साल 2020 में ही इन कंपनियों के शेयरों की जांच शुरू कर दी थी। हालांकि अभी तक जांच पर कोई फैसला नहीं आया है। बावजूद इसके इन कंपनियों के शेयर लगातार बढ़ रहे हैं। इन कंपनियों में अडाणी इंटरप्राइजेज, अडाणी ट्रांसमिशन और अडाणी पावर में प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 74.29% से ज्यादा है।
अडाणी इंटरप्राइजेज में विदेशी निवेशकों का हिस्सा 20.51%, अडाणी टोटल गैस में 21.47%, अडाणी ट्रांसमिशन में 20.30%, अडाणी ग्रीन एनर्जी में 21.47%, अडाणी पोर्ट में 17.90% और अडाणी पावर में 11.49% हिस्सा विदेशी निवेशकों का है। प्रमोटर्स की सबसे कम हिस्सेदारी अडाणी टोटल गैस और अडाणी ग्रीन एनर्जी में है जो 56.29-56.29% है।