महामारी की दूसरी लहर से भारत को उबरने में मदद कर रहे हैं ‘ये’ ब्रांड्स
मुंबई– जहां लगभग सभी ब्रांड यथासंभव योगदान देने के लिए आगे आ रहे हैं, वहीं एमजी मोटर इंडिया, पेटीएम, जोमैटो और डेल्हीवरी सहित इनमें से कुछ ब्रांड ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अपना काम कर रहे हैं।
एमजी मोटर इंडिया ने अपनी सामुदायिक सेवा प्रोग्राम के तहत एमजी सेवा ने अपने प्लांट को बंद करने और इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन बचाने का फैसला किया ताकि इसे हेल्थकेयर सेग्मेंट में इस्तेमाल के लिए भेजा जा सके। कार निर्माता ने हाल ही में इसके लिए गुजरात में देवनंदन गैसेस प्राइवेट लिमिटेड के साथ भी हाथ मिलाया है। इस साझेदारी के तहत एक सप्ताह के भीतर वडोदरा में देवनंद गैसेस प्रा.लि. के प्लांट्स में ऑक्सीजन का प्रोडक्शन 15% प्रति घंटे बढ़ाया है। एमजी ने इसे जल्द ही 50% तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा है।
एमजी ने हाल ही में घोषणा की है कि वह जीएमईआरएस अस्पताल में मरीजों के परिवारों को दोपहर का भोजन उपलब्ध करा रहा है। वर्तमान में एमजी की हेक्टर एम्बुलेंस राष्ट्र की सेवा में रत डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मचारियों की सेवा कर रही है। कार निर्माता अपने कर्मचारियों के प्रभावित परिवार के सदस्यों के लिए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भी आयात कर रहा है।
भारत के टॉप डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म पेटीएम ने अपनी पहल ‘ऑक्सीजन फॉर इंडिया’ पहल के तहत पूरे भारत में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर दान करने के लिए 14 करोड़ रुपए जुटाए हैं। पेटीएम ने इस पहल के माध्यम से प्राप्त सभी डोनेशन में बराबरी से अपनी राशि मिला है। सरकारी अस्पतालों को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर दान किए गए। उन्होंने अमेरिकन अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन (एआईएफ) और एलिवेशन कैपिटल के साथ मिलकर बराबरी से अपना योगदान किया है।
लोकप्रिय फूड डिलीवरी और रेस्टोरेंट एग्रीगेटर ऐप ज़ोमैटो में ज़ोमैटो फीडिंग इंडिया नॉट-फॉर-प्रॉफ़िट पहल की है, जिसमें अब दान स्वीकार करने के लिए ‘इंडिया नीड्स ऑक्सीजन’ पहल की गई है। यह अब ज़ोमैटो ऐप में लाइव है और आप 100 रुपये, 1000 रुपये या 2000 रुपये दान कर सकते हैं जबकि वेबसाइट पर आप अपनी इच्छानुसार किसी भी राशि का भुगतान कर सकते हैं। ज़ोमैटो डेल्हीवरी के साथ मिलकर काम कर रहा है ताकि अस्पतालों और जरूरतमंद परिवारों के लिए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर जुटाए जा सकें। ज़ोमैटो की ओर से फीडिंग इंडिया के तहत लक्ष्य ऑक्सीजन के संबंध में मदद के लिए 50 करोड़ रुपए जुटाने का है।