उत्तर प्रदेश के जेल में गोलीबारी, मुख्तार अंसारी के दो पंटरों की मौत

मुंबई– उत्तर प्रदेश के चित्रकूट जेल में शुक्रवार को कैदियों के बीच गोली चल गई। इसमें पश्चिमी यूपी के गैंगस्टर अंशु दीक्षित ने मुख्तार अंसारी के खास गुर्गे मेराज और मुकीम काला की गोली मारकर हत्या कर दी। मेराज बनारस जेल से भेजा गया था। जबकि मुकीम काला सहारनपुर जेल से लाया गया था। 

घटना की सूचना पर पुलिस फोर्स भी मौंके पर पहुंच गई। पुलिस ने अंशुल दीक्षित को सरेंडर करने के लिए कहा, लेकिन वह लगातार फायरिंग करता रहा। बाद में पुलिस की जवाबी कार्रवाई में अंशु भी मारा गया। वहीं, घटना की जांच और जेल का जायजा लेने के लिए प्रभारी उप महानिरीक्षक कारागार इलाहाबाद रेंज पीएन पांडे रवाना हो चुके हैं। 

सूत्रों के अनुसार, पश्चिमी यूपी का कुख्यात बदमाश अंशु दीक्षित सुबह की परेड के बाद अपने साथ बंद मेराज और मुकीम काला पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। हमले में दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। इसके बाद अंशु जेल के भीतर ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगा। करीब आधे घंटे तक जेल कर्मी खौफ में उसके करीब नहीं गए। बाद में पुलिस आने पर उसकी घेरेबंदी करके एनकाउंटर हुआ। ये भी बताया जा रहा है कि अंशु दीक्षित ने मुकीम, मेराज के अलावा तीन अन्य कैदियों पर हमला किया था। 

अंशु दीक्षित इसी हफ्ते सुल्तानपुर जेल से चित्रकूट जेल भेजा गया, विशेष निगरानी रखने की हिदायत के साथ। मेराज को जिला जेल बनारस से स्थानांतरित करके चित्रकूट जेल लाया गया। मुकीम काला को जिला जेल सहारनपुर से चित्रकूट जेल लाया गया था। अंशु ने मुकीम काला और मेराज को गोली मार दी। बाद में पुलिस फायरिंग में वह भी मारा गया। अपराधी भी खत्म, सबूत भी खत्म। 

गैंगवार में मारा गया मुकीम काला वेस्ट यूपी का कुख्यात गैंगेस्टर था। उस पर एक लाख रुपए का ईनाम भी रखा जा चुका था। सपा सरकार में मुकीम काला का आतंक इतना था कि यूपी हरियाणा, पंजाब राजस्थान की पुलिस उसकी तलाश में थी। सहारनपुर में तनिष्क शोरूम में के इंस्पेक्टर की वर्दी में दस करोड़ की डकैती डालने वाले मुकीम से पुलिस ने गिरफ्तारी के दौरान एके-47 भी बरामद की थी।

मुकीम काला शामली जिले के कैराना थाना क्षेत्र के जहानपुरा गांव का रहने वाला था। जिस पर शामली, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर के अलावा दिल्ली, पंजाब, राजस्थान और हरियाणा में 61 से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। इनमें लूट, रंगदारी, अपहरण, फिरौती जैसे 35 से ज्यादा मुकदमे थे। मुकीम काला के दूसरे भाई वसीम काला को 2017 में एसटीएफ मेरठ यूनिट ने मेरठ में मुठभेड़ में ढेर किया था। 

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