कोरोना की अब खैर नहीं, टेक महिंद्रा ने निकाली नया दवा
मुंबई– कोरोनावायरस को लेकर एक अच्छी खबर आई है। आईटी कंपनी टेक महिंद्रा ने रीगेन बायोसाइंस (Reagene Biosciences) के साथ मिलकर एक नया ड्रग मॉलिक्यूल यानी दवा ढूंढ़ी है। संभावना है कि यह दवा कोरोनावायरस पर हमला करके उसे खत्म कर सकती है। अब इसका पेटेंट कराने की तैयारी है, ताकि इस पर आगे की रिसर्च की जा सके।
टेक महिंद्रा के ग्लोबल हेड (मेकर्स लैब) निखिल मल्होत्रा का कहना है कि पेटेंट होने तक मॉलिक्यूल के नाम का खुलासा नहीं किया जा सकता। टेक महिंद्रा और रीगेन बायोसाइंस रिसर्च की प्रक्रिया में हैं। मेकर्स लैब टेक महिंद्रा की रिसर्च एंड डेवलपमेंट आर्म है।
मल्होत्रा के मुताबिक, मेकर्स लैब ने कोरोनावायरस का कम्प्यूटेशनल मॉडलिंग एनालिसिस शुरू किया। इस कम्प्यूटेशनल डॉकिंग और मॉडलिंग स्टडीज के आधार पर टेक महिंद्रा और साझेदार कंपनी ने FDA से मान्यता प्राप्त 8 हजार मॉलिक्यूल में से 10 ड्रग मॉलिक्यूल को शॉर्टलिस्ट किया। इन 10 ड्रग मॉलिक्यूल को तकनीक के जरिए फिल्टर किया। इन पर बेंगलुरु में परीक्षण किया गया। इसके बाद इनकी संख्या को 3 पर लाया गया।
इसके बाद कंपनी ने एक 3D फेफड़ा तैयार कर उस पर परीक्षण किया। परीक्षण में पता चला कि एक मॉलिक्यूल रिसर्च के अनुसार कार्य कर रहा है। मल्होत्रा ने कहा कि इसके बाद हमने कम्प्यूटेशनल एनालिसिस पूरा किया और हमारे साझेदार ने क्लीनिकल एनालिसिस पूरा किया। उन्होंने कहा कि यह तकनीक भविष्य में दवा की खोज के लिए रेडी टेक्नोलॉजी है।
उन्होंने कहा कि अभी इसकी जानवरों पर और स्टडी की जरूरत है, लेकिन हमें भरोसा है कि यह तकनीक बायोलॉजिकल कम्प्यूटेशन में ड्रग डिस्कवरी मैकेनिज्म में कमी लाएगी। हम इसकी ऐफिकेसी की जांच के लिए और स्टडी कर रहे हैं। मल्होत्रा ने कहा कि पूरी दुनिया में कई दवाओं पर ट्रायल चल रहा है। अभी लोग जानलेवा कोरोनावायरस से सुरक्षित रहने के लिए केवल वैक्सीन पर निर्भर हैं।