एफआईआई का ऐतिहासिक निवेश, भारतीय बाजार में 2.77 लाख करोड़ का निवेश
मुंबई– यह वित्त वर्ष अब खत्म होने को है। विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने भारतीय इक्विटी बाजार में निवेश का अब तक का नया रिकॉर्ड बनाया है। चालू वित्त वर्ष में कुल 2.77 लाख करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश किया है। इन्होंने बजट के बाद से बीमा में अचानक निवेश को बढ़ाकर 3 गुना कर दिया है। क्योंकि बजट में बीमा सेक्टर में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) की सीमा बढ़ाकर 74% कर दी गई है। यह पहले 49% थी।
आंकड़े बताते हैं कि अब तक भारतीय इक्विटी बाजार में FII ने 5 बार (वित्त वर्ष) में 1 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का शुद्ध निवेश किया है। इसमें 2009-10 में 1.10 लाख करोड़, 2010-11 में 1.10 लाख करोड़ रुपए, 2012-13 में 1.40 लाख करोड़, 2014-15 में 1.11 लाख करोड़ रुपए और चालू वित्त वर्ष में 2.77 लाख करो़ड़ रुपए का शुद्ध निवेश किया है। भारतीय इक्विटी बाजार में इनका कुल शुद्ध निवेश 11.70 लाख करोड़ रुपए है।
जनवरी से दिसंबर 2020 में कोरोना के दौरान इन निवेशकों ने कुल 1.70 लाख करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश किया था। यह किसी भी एक कैलेंडर वर्ष में अब तक का रिकॉर्ड है। पिछले 6 महीनों से लगातार विदेशी निवेशक भारतीय बाजार में शुद्ध निवेश कर रहे हैं। अक्टूबर में 19,541 करोड़ रुपए का निवेश हुआ तो नवंबर में 60 हजार 358 करोड़ रुपए का निवेश किया गया। दिसंबर में 62 हजार 16 करोड़, जनवरी 2021 में 19,473 करोड़ और फरवरी में 25,787 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है। मार्च में अब तक 14,202 करोड़ रुपए का निवेश किया गया है।
सेक्टर की बात करें तो इनका पसंदीदा सेक्टर फाइनेंशियल, बीमा, ऑयल एवं गैस आदि रहे हैं। फरवरी के अंतिम पखवाड़े में इन्होंने टोटल फाइनेंशियल में 2805 करोड़ रुपए का निवेश किया पर मार्च में 661 करोड़ रुपए इस सेक्टर से निकाल लिए। अन्य फाइनेंशियल सेक्टर में भी यही किया। इसमें फरवरी में 2336 करोड़ का शुद्ध निवेश था। पर मार्च में 141 करोड़ रुपए निकाल लिए।
ऑटोमोबाइल सेक्टर से फरवरी में 1192 करोड़ रुपए निकाले थे। मार्च में इसमें 965 करोड़ रुपए डाले हैं। इसी तरह फूड, बेवरेजेस और टोबैको सेक्टर में से फरवरी में 1198 करोड़ रुपए निकालने के बाद मार्च में भी 1015 करोड़ रुपए निकाले हैं। बीमा में फरवरी में 1243 करोड़ रुपए का निवेश था पर मार्च में यह तीन गुना बढ़कर 3661 करोड़ रुपए हो गया है। ऑयल एवं गैस की बात करें तो इसमें भी निवेश बढ़ा है। फरवरी के 2982 करोड़ की तुलना में मार्च में यह 3566 करोड़ रुपए हो गया।
एफआईआई ने भारतीय इक्विटी बाजार में 1992-93 में निवेश शुरू किया था। उस समय पहले वित्त वर्ष में केवल 13 करोड़ रुपए का निवेश किया गया था। बाजार के जानकारों का कहना है कि दरअसल भारतीय शेयर बाजार इस समय तेजी में है। लगातार विदेशी निवेशक निवेश कर रहे हैं। बाजार में तरलता भी अच्छी है। यही कारण है कि इनका निवेश आगे भी जारी रह सकता है।