ट्रैफिक नियमों को तोड़ने पर वाहन मालिकों को देना होगा अधिक बीमा प्रीमियम
मुंबई– देश में सड़क दुर्घटना से मरने वालों की संख्या दुनिया में सबसे ज्यादा है। सड़क मंत्रालय के मुताबिक, 2018 में लगभग 4.67 लाख सड़क हादसे हुए। इसमें 1.51 लाख लोगों की मौत हो गई। ऐसे मामले कम हों, इसके लिए इंश्योरेंस रेगुलेटर बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (इरडा) की वर्किंग कमिटी ने कुछ सिफारिशें की हैं। इसके मुताबिक ट्रैफिक नियम तोड़ने पर वाहन मालिकों को ज्यादा बीमा प्रीमियम भरना होगा।
ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर जुर्माने के अंक तय किए गए हैं। नशे में गाड़ी चलाने पर सबसे अधिक 100 अंकों का जुर्माना लगेगा। नीचे टेबल में देखिए किस नियम के उल्लंघन पर जुर्माने का अंक क्या है। जुर्माने के अंक के हिसाब से ही जुर्माने की रकम तय की गई है। अंक जितना ज्यादा होगा, जुर्माने की रकम भी उतनी ज्यादा होगी।
बीमा रेगुलेटर ने 20 जनवरी को 9 सदस्यों वाली वर्किंग कमेटी की सिफारिशों का ड्राफ्ट जारी किया। इसमें संबंधित पक्षों से 1 फरवरी 2021 तक सुझाव मांगे गए हैं। अनुराग रस्तोगी वर्किंग कमेटी के चेयरमैन थे, जो HDFC एर्गो जनरल इंश्योरेंस कंपनी लि. के चीफ एक्चुअरी एंड चीफ अंडरराइटिंग ऑफिसर हैं।
सड़क दुर्घटना में 70% लोगों की जान तेज गति के कारण जाती है।
वर्ल्ड रोड स्टैस्टिक्स मुताबिक दुनिया के 199 देशों में भारत रोड एक्सीडेंट मामले में सबसे आगे है। इसके बाद चीन और अमेरिका का नंबर आता है। डेटा के मुताबिक, कुल रोड एक्सीडेंट में 70% लोगों की जान तेज गति से गाड़ी चलाने की वजह से हुई। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (WHO) के मुताबिक 2018 में दुनियाभर में एक्सीडेंट से मरने वालों की कुल संख्या में भारत की हिस्सेदारी करीब 11% रही।
2025 तक देश में सड़क दुर्घटना 50% तक कम करने का लक्ष्यपिछले हफ्ते केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि सरकार का उद्देश्य 2025 तक सड़क दुर्घटना और इसमें मरने वालों की संख्या 50% तक कम करना है। उन्होंने कहा था कि इसमें देरी से 2023 तक रोड एक्सीडेंट में लगभग 6-7 लाख लोगों की जान चली जाएगी।