जेपी मोर्गन के सीईओ की साल 2020 में नहीं बढ़ी सैलरी, फिर भी मिलेगी 230 करोड़ रुपए सैलरी
मुंबई- जेपी मोर्गन चेस एंड कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) जेमी डिमान की सैलरी साल 2020 में नहीं बढ़ाई गई है। फिर भी उनको पूरे साल के लिए 230 करोड़ रुपए की सैलरी मिलेगी। यह जानकारी बैंक ने रेगुलेटरी फाइलिंग में दी है।
बैंक के मुताबिक डिमान की कुल सैलरी में सालाना बेस सैलरी 1.5 मिलियन डॉलर है। यानी 10.95 करोड़ रुपए है। जबकि प्रदर्शन से जुड़ा इंसेंटिव 3 करोड़ डॉलर है। बैंक ने कहा कि डायरेक्टर्स को सैलरी देने का फैसला फर्म के मजबूत प्रदर्शन पर निर्भर होता है। पिछले साल कोरोना की महामारी से लंबे समय तक बिजनेस पर इसका बुरा असर दिखा। जोखिम नियंत्रण से लेकर ग्राहक और शेयर धारकों के फोकस पर भी ध्यान रखना होता है। साथ ही टीम वर्क और लीडरशिप भी एक महत्वपूर्ण फैक्टर है।
डिमान की यह सैलरी 2019 के ही लेवल की है। उस समय भी उनकी सैलरी इसी स्तर पर थी। डिमान इस समय 65 साल के हैं। उनके कार्यकाल में जेपी मोर्गन की शुद्ध आय 29.1 अरब डॉलर 2020 में रही है। यह उसके एक साल पहले 36.4 अरब डॉलर थी। जबकि इक्विटी पर रिटर्न 19% से घट कर 14% रह गया है।
असेट्स के आधार पर अमेरिका का यह सबसे बड़ा बैंक है। जेपी मोर्गन सहित अमेरिका के ढेर सारे बैंकों का फायदा पिछले साल पिटा है। ऐसा इसलिए क्योंकि कोरोना के कारण होने वाले अनुमानित नुकसान के लिए बैंकों को प्रोविजन करना पड़ा है। कम ब्याज दरें अर्थव्यवस्था को जरूर सपोर्ट कर रही हैं, पर इससे उधारी मार्जिन कम हो रही है।
बैंक ने कहा कि जेपी मोर्गन के अन्य टॉप अधिकारियों की भी सैलरी इसी तरह से नहीं बढ़ी है। इसके कंज्यूमर विभाग के सीईओ गार्डन स्मिथ की सैलरी में भी कोई बदलाव नहीं हुआ है। यह 22.5 मिलियन डॉलर रही है। कॉर्पोरेट के सीईओ डेनियर पिंटो की सैलरी हालांकि 9% बढ़ी है। यह 24.5 मिलियन डॉलर रही है। असेट एंड वेल्थ मैनेजमेंट के सीईओ मैरी एरडोस की सैलरी में कोई बदलाव नहीं हुआ है। यह 21 मिलियन डॉलर रही है।
कंज्यूमर लेंडिंग के सीईओ मरियन लेक की सैलरी महज 2% बढ़ी है। यह 15.7 मिलियन डॉलर रही है। कमर्शियल बैंकिंग के सीईओ की सैलरी में कोई बदलाव नहीं हुआ है। इनकी सैलरी 13 मिलियन डॉलर जबकि सीएफओ जेनिफर की सैलरी 20% बढ़ कर 12 मिलियन डॉलर हो गई है।