सरकार को पीछे छोड़ टाटा ग्रुप लिस्टेड कंपनियों में सबसे बड़ा प्रमोटर्स बना

मुंबई– 2020 जाते-जाते सरकार को झटका दे गया है। देश में लिस्टेड कंपनियों में सरकार की कुल हिस्सेदारी की वैल्यू टाटा की हिस्सेदारी की वैल्यू से कम हो गई है। लिस्टेड कंपनियों में टाटा की हिस्सेदारी की वैल्यू 9.28 लाख करोड़ रुपए है जबकि सरकार की हिस्सेदारी की वैल्यू 9.24 लाख करोड़ रुपए है।  

आंकड़ों के मुताबिक, इस तरह से अब टाटा संस देश में लिस्टेड कंपनियों में वैल्यू के लिहाज से सबसे बड़ा प्रमोटर बन गया है। पिछले 20 सालों में यह पहली बार हुआ है जब सरकार पीछे हो गई है। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि सरकारी कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट से उनके मार्केट कैपिटलाइजेशन में कमी आई है।  

लिस्टेड कंपनियों में टाटा संस की हिस्सेदारी की वैल्यू पिछले एक साल में 34.4 पर्सेंट बढ़ी है। यह अब 9.28 लाख करोड़ रुपए है। इसी दौरान सरकार की हिस्सेदारी की वैल्यू 19.7 पर्सेंट गिरी है। दिसंबर 2019 में सरकारी कंपनियों में सरकार की हिस्सेदारी की वैल्यू टाटा संस की ग्रुप कंपनियों में होल्डिंग की तुलना में 67 पर्सेंट ज्यादा थी।  

मार्च 2015 में लिस्टेड सरकारी कंपनियों में सरकार की हिस्सेदारी की वैल्यू टाटा संस से करीबन ढाई गुना ज्यादा थी। रिपोर्ट के मुताबिक, टाटा ग्रुप की सभी कंपनियों का कुल मार्केट कैप 31 दिसंबर 2020 तक 15.6 लाख करोड़ रुपए था। जबकि सरकारी कंपनियों में सरकार की हिस्सेदारी का मार्केट कैप 15.3 लाख करोड़ रुपए रहा है। 2019 में लिस्टेड सरकारी कंपनियों का वैल्यूएशन 18.6 लाख करोड़ रुपए था जबकि टाटा ग्रुप की कंपनियों का वैल्यू 11.6 लाख करोड़ रुपए था। 

बता दें कि टाटा समूह की 29 कंपनियां लिस्टेड हैं। इस समय सबसे बड़ी कंपनी उसकी टाटा कंसलटेंसी सर्विसेस (टीसीएस) है। इसका मार्केट कैप 11 लाख करोड़ रुपए के करीब है। इसी तरह टाइटन, टाटा मोटर्स आदि भी हैं, जिनका अच्छा मार्केट कैप है। टाटा ग्रुप लिस्टेड कंपनियों में मार्केट कैप के मामले में रिलायंस ग्रुप और एचडीएफसी ग्रुप से आगे है। यह मार्केट कैप के लिहाज से सबसे बड़ा ग्रुप है। 

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