L&T फाइनेंस होल्डिंग राइट्स इश्यू से जुटाएगी 3,000 करोड़ रुपए, 6 मर्चेंट बैंकर चुने गए
मुंबई– लार्सन एंड टूब्रो (L&T) फाइनेंस होल्डिंग राइट्स इश्यू से 3 हजार करोड़ रुपए जुटाएगी। कंपनी ने इसके लिए 6 मर्चेंट बैंकर्स की नियुक्ति की है। यह लार्सन एंड टूब्रो समूह की गैर बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC) है। कंपनी जल्द ही यह राइट्स इश्यू ला सकती है।
राइट्स इश्यू के लिए जिन मर्चेंट बैंकर्स को चुना गया है उसमें सिटी, UBS, HSBC, क्रेडिट सुइस, मोतीलाल ओसवाल और एक्सिस कैपिटल शामिल हैं। कंपनी इस पैसे के जरिए अपनी पूंजी बढ़ाना चाहती है। जानकारी के मुताबिक 3 हजार करोड़ रुपए का यह राइट्स इश्यू जनवरी में आ सकता है। एलएंडटी फाइनेंस के बोर्ड ने 9 नवंबर को इस राइट्स इश्यू को मंजूरी दी थी।
बोर्ड ने कहा कि पूरी तरह से पेड अप इक्विटी शेयर्स के जरिए जो ऑफर्स लाया जाएगा, उसके जरिए 3 हजार करोड़ से ज्यादा नहीं जुटाया जाएगा। यह रकम योग्य इक्विटी शेयर होल्डर्स के जरिए जुटाई जाएगी। राइट्स इश्यू की कीमत कंपनी बाद में जारी करेगी। इसके शेयर की कीमत पिछले तीन महीनों में 31 पर्सेंट बढ़ी है।
बता दें कि अब तक कई सारी NBFC ने पैसे जुटाए हैं। इसमें महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंस ने 3,098 करोड़ और श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस ने 1,500 करोड़ रुपए जुटाए हैं। जबकि बैंकों में देश में निजी सेक्टर के तीन सबसे बड़े बैंक ICICI बैंक, HDFC बैंक और एक्सिस बैंक ने मिलकर क्वालीफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) के जरिए 40 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम जुटाई है।
हाल में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने निजी सेक्टर के बैंकों के कॉर्पोरेट ढांचे और मालिकाना हक की समीक्षा करने के लिए वर्किंग कमिटी को स्थापित किया है। कमिटी ने यह सिफारिश की है कि बड़ी NBFC को बैंक में बदला जाए। हालांकि इसे लेकर भी काफी सवाल खड़े किए गए हैं। जिसमें सबसे प्रमुख सवाल यह है कि कॉर्पोरेट को बैंक लाइसेंस देना एक खतरे का काम है। अगर इस सिफारिश को मान लिया जाता है तो महिंद्रा ग्रुप, बजाज ग्रुप, बिरला, एलएंडटी जैसे अन्य ग्रुप बैंकिंग सेक्टर में उतर जाएंगे।