पहली बार 45 हजार के पार BSE, अब 50 हजार का लक्ष्य

मुंबई– बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का इंडेक्स पहली बार 45 हजार के आंकड़े को पार कर गया है। अब यह 50 हजार की ओर जा रहा है। 9 महीने में यह 80% बढ़ा है। 23 मार्च को 25,981 पर बंद हुआ था। सेंसेक्स में यह स्तर दिसंबर 2016 के बाद का सबसे निचला स्तर था। 

ग्लोबल ब्रोकरेज हाउस मोर्गन स्टेनली ने पिछले महीने ही कहा था कि सेंसेक्स दिसंबर 2021 में 50 हजार तक जा सकता है। उसने पहले जून 2021 में केवल 37,300 का लक्ष्य रखा था, पर बाजार की तेजी ने अब उसके लक्ष्य में परिवर्तन किया है। उसका मानना है कि अभी भी भारतीय बाजार सस्ता है। ब्रोकरेज हाउस को उम्मीद है कि स्माल और मिड कैप 2021 में लॉर्ज कैप को पीछे छोड़ेंगे। यानी बड़ी कंपनियों के शेयर कम बढ़ेंगे, जबकि छोटी और मध्यम कंपनियां तेजी से बढ़ेंगी। 

वैसे सेंसेक्स इसी साल जनवरी में 42 हजार का टॉप बनाया था। पर कोरोना ने इसकी चाल मार्च में सुस्त कर दी। बाजार पूरी तरह टूट गया। हालांकि जैसे-जैसे अनलॉक शुरू हुआ, आर्थिक गतिविधियां खुलीं और कई फैक्टर्स पुराने स्तर पर आए, वैसे ही सेंसेक्स ने भी अपनी रफ्तार पकड़ ली। अब यह अपने ऑलटाइम हाई पर है। BSE में लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप भी पहली बार 179 लाख करोड़ रुपए के पार पहुंच गया है। 23 मार्च को यह 101 लाख करोड़ रुपए था। हालांकि जनवरी में यह 161 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचा था।

आम आदमी को डायरेक्ट फायदा नहीं 

K.R. चौकसी सिक्योरेटीज के MD देवेन चौकसी कहते हैं कि आम आदमी को इसका डायरेक्ट कोई फायदा तभी होगा, जब वह शेयरों में निवेश करता है। अगर किसी ने मार्च के निचले स्तर पर बाजार में निवेश किया होगा तो उसे इस समय 80 पर्सेंट का लाभ मिला होगा। हालांकि इसका एक फायदा इनडायरेक्ट हम कह सकते हैं कि इकोनॉमी से होता है। बाजार में जो पैसे आते हैं, उसका सर्कुलेशन इकोनॉमी में भी होता है। इकोनॉमी में पैसे आने से लोगों को फायदा मिलता है।  

आगे का रुझान पॉजिटिव रहेगा 

वे कहते हैं कि आगे का रुझान पॉजिटिव रहेगा। अब जबकि काफी सारे डेटा कोरोना के पहले के स्तर पर पहुंच गए हैं ऐसे में बाजार में पॉजिटिव चाल रहेगी। जीएसटी, गाड़ियों की बिक्री, दूसरी तिमाही के कंपनियों के नतीजे आदि सभी बेहतर रहे हैं। जीडीपी पहली तिमाही की 23.9 पर्सेंट की गिरावट की तुलना में 7.5 पर्सेंट रही है। ये सब ऐसे कारण हैं जिनसे बाजार चलेगा।  

बाजार की तेजी की वजह 

विदेशी निवेशकों ने अप्रैल से लेकर नवंबर तक 1.15 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया है। नवंबर में 65 हजार करोड़ से ज्यादा शुद्ध निवेश देश के इक्विटी बाजार में किया है। यह अब तक का किसी एक महीने में ऐतिहासिक रिकॉर्ड है। कोरोना वैक्सीन को लेकर लगातार पॉजिटिव खबर आ रहीं हैं। 8 नवंबर को पहली बार फाइजर ने वैक्सीन का सफल ट्रायल की बात कही थी।  

बाजार की तेजी में ये बढ़े 

मार्च के निचले स्तर से अब तक रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर दो गुना से ज्यादा बढ़ा है। 867 रुपए का शेयर अब 2000 रुपए के करीब है। टाटा कंसलटेंसी सर्विसेस का शेयर 1500 से 2700 रुपए, एचडीएफसी बैंक का शेयर 738 से 1,383 रुपए, अडाणी ग्रीन एनर्जी का शेयर 112 से 1129 रुपए, अडाणी गैस का शेयर 76 से 359 रुपए हो गया है। इसी तरह कोटक महिंद्रा बैंक का शेयर 1000 से 1800 रुपए, इंफोसिस का शेयर 500 से 1100 रुपए, एक्सिस बैंक का शेयर 285 से 613 रुपए और आईसीआईसीआई बैंक का शेयर 269 रुपए से 500 रुपए हो गया।  

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