तनाव के बीच चीन की कंपनी एंट पेटीएम में 30 % हिस्सेदारी बेच सकती है

मुंबई– चीन की फिनटेक कंपनी एंट ग्रुप भारतीय डिजिटल पेमेंट कंपनी पेटीएम में 30% हिस्सेदारी बेचने की योजना बना रही है। यह हिस्सेदारी ऐसे समय में बिकने वाली है, जब भारत और चीन के बीच लगातार तनाव बना हुआ है।  

अभी तक संभावित लेन-देन (ट्रांजेक्शन) का फाइनेंशियल डिटेल्स सामने नहीं आया है। साथ ही अभी तक बिक्री की प्रक्रिया भी शुरू नहीं हुई है। बता दें कि एंट ग्रुप चीन के अलीबाबा ग्रुप की कंपनी है। अलीबाबा चीन सहित कई देशों में पेमेंट्स टू कंज्यूमर क्रेडिट की सेवा देती है। 

पेटीएम में जापान के सॉफ्टबैंक का भी निवेश है। पेटीएम की वैल्यू इस समय 16 अरब डॉलर है। एक साल पहले ही इसमें प्राइवेट फंडिंग हुई थी, जिसके बाद इसका वैल्यूएशन बढ़ गया है। इस वैल्यूएशन पर एंट ग्रुप को 30 पर्सेंट हिस्सेदारी के एवज में करीबन 4.8 अरब डॉलर की रकम मिल सकती है।  

इस मामले में पेटीएम और एंट दोनों ने कहा है कि यह जानकारी गलत है। पेटीएम के अधिकारी ने कहा कि इस तरह की कोई चर्चा हमारे बड़े शेयरधारक एंट के साथ नहीं हुई है, न ही इस तरह की कोई योजना है जिसमें हिस्सेदारी बेची जा रही है।  

एंट अगर हिस्सेदारी बेचकर पेटीएम से निकल जाता है तो चीन की कंपनी के लिए यह एक और बड़ा झटका हो सकता है। क्योंकि पिछले महीने ही एंट के 37 अरब डॉलर के आईपीओ की लिस्टिंग को सस्पेंड कर दिया गया था। यह विश्व का सबसे बड़ा आईपीओ था। पर चीन के रेगुलेटर और एंट के बीच छिड़े विवाद से इस आईपीओ को रोक दिया गया।  

एंट के लिए उसकी ग्लोबल पेमेंट्स लीडर बनने की महत्वाकांक्षा को भी झटका लग सकता है। अक्टूबर में ही यह खबर आई थी की एंट ओवरसीज से संबंधित ई-वॉलेट फर्म में अपने फाइनेंशियल सपोर्ट को कम कर रहा है। बताया जा रहा है कि पिछले कुछ महीनों से भारत और चीन के बीच बिगड़ते रिश्तों के कारण एंट पेटीएम में अपनी हिस्सेदारी बेचने पर विचार कर रहा है। इसी साल जून में सीमा पर हुई लड़ाई के बाद से भारत और चीन के बीच तनाव चल रहा है।  

इसके बाद से भारत ने चीन से आने वाले निवेश के नियमों को भी कड़क कर दिया है। भारत ने जिन ऐप्स पर प्रतिबंध लगाया है उसमें अलीबाबा के भी ऐप्स हैं। माना जा रहा है कि एंट अब किसी भी कंपनी में अपनी हिस्सेदारी नहीं बढ़ाने की योजना बना रहा है। यही नहीं, अगर इसे किसी कंपनी में वैल्यूएशन में कमी लगती है तो यह उसमें हिस्सेदारी बेचने की योजना को टाल सकता है।  

बता दें कि भारत में ढेर सारे स्टार्टअप हैं जिसमें चीन की कंपनियों ने पैसा लगाया है। इसमें अलीबाबा और टेंसेंट प्रमुख हैं। अलीबाबा ने भारत में अब तक 4 अरब डॉलर का निवेश किया है। यह 2021 तक 5 अरब डॉलर के निवेश की योजना बना रहा था, जिसे अभी फिलहाल के लिए रोक दिया गया है।  

एंट ने पहली बार पेटीएम में 2015 में निवेश किया था और 30 पर्सेंट हिस्सेदारी लिया था। यह निवेश उसने अपनी पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशन के जरिए किया है। भारत में सरकार डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा दे रही है।  

इससे ऑन लाइन लेन-देन, उधारी देने और ई-वॉलेट की सेवाओं में तेजी से बढ़त हो रही है।  

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