प्लास्टिक्स एक्सपोर्ट्स प्रमोशन काउंसिल ने 2025 तक 25 अरब डॉलर का लक्ष्य
मुंबई– प्लास्टिक्स एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया(फ्लेक्सकाउंसिल) ने कैलेंडर वर्ष 2025 तक 25 अरब डॉलर के प्लास्टिक निर्यात लक्ष्य को हासिल करने के लिए पंचवर्षीय योजना को शुरु किया है। जबकि वित्त वर्ष 21 और वित्त वर्ष 22 के दौरान प्लास्टिक निर्यात में 20% बढ़त प्राप्त करने का लक्ष्य है। ठोस सरकारी सपोर्ट और 6.2 मिलियन डॉलर के नियोजित निवेश के साथ घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देने, रोजगार और पर्यावरण की दृष्टि से टिकाऊ ग्रोथ हासिल करने के लिए 18 प्लास्टिक पार्क स्थापित किए जा रहे हैं. फ्लेक्स काउंसिल ने 50 मूल्य वर्धित प्लास्टिक उत्पादों की पहचान की है।
आत्मनिर्भर भारत के लिए फ्लेक्स काउंसिल द्वारा पहचान किए गए उत्पादों में पीवीसी फिल्म्स, पेट्रोकेमिकल्स, प्रोपिलीन ग्लाइकोल टाइटेनियम ऑक्साइड, प्लास्टिक फिल्म्स नायलॉन हाई टीना सिटी यूवी यार्न आदि का समावेश है। फ्लेक्स काउंसिल द्वारा चैंपियन क्षेत्रों की पहचान की जा रही है। फ्लेक्स काउंसिल द्वारा निर्यातकों / निर्माताओं को जरूरी मदद प्रदान करने के लिए जागरूकता का निर्माण करने हेतु राज्य सरकारों के साथ निर्माताओं/ निर्यातकों/ संबंधित एसोसिएशनों और संगठनों की मदद से वर्चुअल इंटरएक्टिव सेशन, सेमिनार आदि का आयोजन किया जा रहा है। प्लास्टिक निर्यातक सदस्यों और व्यापार समुदाय के लिए फ्लेक्स काउंसिल द्वारा मोबाइल ऐप का अनावरण किया गया है।
फ्लेक्स काउंसिल के चेयरमैन रवीश कामत ने कहा कि भारत ने हाल के वर्षों में व्यापार करना सरल बनाने के लिए कई बिजनेस अनुकूल सुधार किए हैं। सप्लाई चैन के भाग रूप में भारत में कई विकल्प उपलब्ध है। भारत को पॉलीमर का घरेलू उत्पादन बढ़ाने की जरूरत है ताकि देश में स्पर्धात्मक दरों पर पॉलीमर की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। सरकार से अन्य सपोर्ट की जरूरत के बारे में बातचीत करते हुए कामथ ने आगे कहा कि फ्लेक्स काउंसिल काफी समय से सरकार से शिपिंग रेगुलेटर बॉडी नियुक्त करने का अनुरोध कर रही है।
फ्लेक्स काउंसिल के वाइस चेयरमैन अरविंद गोयनका ने कहा कि फ्लेक्स काउंसिल यूएस, इजिप्ट, जापान, कोरिया और वियतनाम ऐसे प्रमुख इंटरनेशनल मार्केट के खरीदारों के साथ b2b मीटिंग करने की दिशा में आगे बढ़ रही है. दिसंबर 2020 तक विदेशी खरीददारों के साथ लगभग 10 बी2बी मीटिंग आयोजित करने की योजना है।