बैंक ऑफ बड़ौदा ने बढ़े हुए सभी सेवा चार्ज को वापस लिया

मुंबई– सरकारी बैंकों में तीसरे नंबर के सबसे बड़े बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा ने नकदी लेन-देन की सेवाओं पर सभी बढ़े हुए चार्ज को वापस ले लिया है। यह सभी चार्ज एक नवंबर से लागू हो गए थे। उधर दूसरी ओर वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि कोई भी सरकारी बैंक किसी तरह का सेवा चार्ज नहीं बढ़ाया है।

बैंक ऑफ बड़ौदा ने कहा है कि उसने सभी बढ़े हुए चार्ज को वापस ले लिया है। बैंक ने सभी शाखाओं को एक पत्र भेजकर कहा है कि सभी बढ़े हुए चार्ज जैसे नकदी जमा और निकासी किसी भी सीमा तक की जा सकती है। साथ ही बैंक ने यह भी कहा कि चेक बुक से संबंधित सेवाओं पर लगे चार्ज को भी वापस ले लिया गया है। इन सभी पर बैंक ने एक नवंबर से चार्ज बढ़ा दिया था।

बैंक ऑफ बड़ौदा के अलावा निजी क्षेत्र के आईसीआईसीआई बैंक ने भी इसी तरह से सेवा चार्ज बढ़ा दिया था जो एक नवंबर से लागू हो गया है। आईसीआईसीआई बैंक ने कहा था कि वह हर लेन-देन पर 50 रुपए का कन्वेंस फीस लेगा। यह कन्वेंस फीस कैश जमा और कैश स्वीकार करनेवाली मशीन और रिसाइकल मशीन पर लागू होंगे। यह तब लागू होंगे जब बैंक की छुट्‌टी होगी और 6 बजे शाम से सुबह के 8 बजे तक की अवधि के दौरान लागू होंगे। यानी बैंकिंग बंद होने के बाद जो भी ट्रांजेक्शन मशीन से होंगे उस पर यह चार्ज लगाया गया है।

माना जा रहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने इसे मंजूरी दी है। एक अधिकारी के मुताबिक चूंकि बैंक एक कमर्शियल संस्थान है इसलिए वह सेवाओं और सुविधा देने के एवज में उसकी लागत ले सकता है। हालांकि यह चार्ज बहुत ज्यादा नहीं होना चाहिए। अतिरिक्त बैंकिंग सेवाओं जैसे छुट्‌टी के समय मशीन से कैश की हैंडलिंग करने के लिए चार्ज लिया जा सकता है। हालांकि बेसिक बैंकिंग सेवाओं के लिए कोई चार्ज नहीं वसूला जाना चाहिए।

इससे पहले बैंक ऑफ बड़ौदा ने कैश हैंडलिंग मशीन के लेन-देन पर कम से कम 50 रुपए का चार्ज लगाया था। बैंक इससे पहले 10 रुपए वसूलता था। इसी तरह 3 फ्री कैश डिपॉजिट के बाद बैंक 50 रुपए प्रति ट्रांजेक्शन का चार्ज लेता है जो एक नवंबर से लागू हुआ था। इससे पहले 5 ट्रांजेक्शन फ्री होता था। इसी के साथ हर महीने में तीन बार कैश निकासी के बाद बैंक 150 रुपए चार्ज लेता था जो पहले 5 ट्रांजेक्शन फ्री था। अब यह सभी चार्ज वापस ले लिए गए हैं।

उधर वित्त मंत्रालय ने मंगलवार को इस तरह के चार्ज को लेकर खुलासा किया। मंत्रालय ने कहा कि बैंक ऑफ बड़ौदा ने सभी बढ़े हुए चार्ज वापस ले लिए हैं। इसमें कैश डिपॉजिट ट्रांजेक्शन से लेकर सब कुछ है। हालांकि सरकारी बैंकों में केवल बैंक ऑफ बड़ौदा ही एकमात्र बैंक था जिसने इस तरह का चार्ज बढ़ाया था। आरबीआई के दिशा निर्देश के मुताबिक, सभी सरकारी बैंक अपनी सेवाओं के लिए चार्ज ले सकते हैं। हालांकि यह चार्ज सही और पारदर्शी तरीके से होना चाहिए।

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