मुकेश अंबानी बिमार, आरआईएल का शेयर एक घंटे में 6 पर्सेंट टूटा, एम कैप 70 हजार करोड़ घटा
मुंबई– एशिया के सबसे अमीर बिजनेस मैन और देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) के शेयरों में आज 6% तक की गिरावट आ गई। इस कारण महज एक घंटे में इसका मार्केट कैपिटलाइजेशन 70 हजार करोड़ रुपए घट गया। ऐसा इसलिए क्योंकि कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी की हालत खराब होने की खबर है। हालांकि इस मामले में आरआईएल ने कोई भी कमेंट करने से मना कर दिया। इससे पहले इसी साल जुलाई में एक दिन में यह शेयर 6.2 पर्सेंट टूटा था। उस समय यह 1978 से घटकर 1798 रुपए पर आ गया है।
दरअसल पिछले 15 दिनों से यह खबर सोशल मीडिया पर चल रही है कि मुकेश अंबानी की हालत खराब है। उनका लंदन में ट्रांसप्लांट हुआ है। 30 किलो उनका वजन घट गया है। सोशल मीडिया पर यह कहा जा रहा है कि इसी वजह से अंबानी परिवार आईपीएल में नजर नहीं आ रहा है। हालांकि इसके ठीक उलट पिछले हफ्ते ही देश के दिग्गज वकील हरीश साल्वे की शादी में मुकेश अंबानी ने वेबिनार के जरिए उपस्थिति दर्ज कराई थी।
वैसे कुछ ब्रोकरेज हाउस का यह मानना है कि यह खबर अभी तक बाहर नहीं आई है और जब तक इसके बारे में पूरी तरह से कोई जानकारी नहीं आती है तब तक यह कहना गलत होगा। लेकिन शेयरों पर इसका असर आज सुबह जमकर दिखा है। कुछ ब्रोकरेज हाउस कहते हैं कि फ्यूचर रिटेल की डील और शनिवार को कंपनी के खराब रिजल्ट की वजह से शेयरों पर दबाव है। पर कुछ ब्रोकरेज हाउस कहते हैं कि रिजल्ट इतना खराब नहीं है कि शेयर 6 पर्सेंट टूट जाए। इसके पीछे कुछ और मामला है।
बता दें कि आज सुबह रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर 6 पर्सेंट टूटकर 1940 रुपए तक जा पहुंचा था। यह पिछले 4 महीनों का सबसे निचला स्तर है। इस वजह से आज एक घंटे में एमकैप 70 हजार करोड़ रुपए घट गया। जबकि 23 अक्टूबर से लेकर आज तक कंपनी का मार्केट कैप एक लाख करोड़ रुपए घट गया है।
वैसे रिलायंस इंडस्ट्रीज का शेयर हाल में जियो टेलीकॉम में और रिटेल सेगमेंट में हिस्सेदारी बिकने की वजह से अच्छा खासा चल गया। जबकि इसके पहले यह शेयर कई सालों तक अंडर परफार्म था। कोरोना की वजह से कंपनी की पहली तिमाही का प्रदर्शन अच्छा भले न रहा हो, लेकिन दूसरी तिमाही में इसने ठीक-ठाक प्रदर्शन किया है। दूसरी तिमाही में इसका शुद्ध लाभ 15 पर्सेंट घटकर 9,500 करोड़ रुपए रह गया है। हालांकि इसका रेवेन्यू भी 1.48 लाख करोड़ रुपए से घटकर 1.28 लाख करोड़ रुपए रह गया है। टेलीकॉम सेगमेंट कंपनी के लिए एक वरदान साबित हो रहा है।