टाटा कंसलटेंसी सर्विसेस डॉयचे बैंक की टेक्नोलॉजी यूनिट खरीदने के लिए कर रही है बात
मुंबई– टाटा कंसलटेंसी सर्विसेस (TCS) डॉयचे बैंक की टेक्नोलॉजी यूनिट खरीदने के लिए बात कर रही है। माना जा रहा है कि यह डील इस साल के अंत तक हो सकती है। अगर यह डील हो जाती है तो इससे TCS को एक बेहतर टेक्नोलॉजी का प्लेटफॉर्म मिल जाएगा। TCS का शेयर गुरुवार की सुबह बीएसई पर मामूली बदलाव के साथ 2,673 रुपए पर कारोबार कर रहा था।
बता दें कि मार्केट वैल्यू के लिहाज से TCS एशिया की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर निर्यातक कंपनी है। कोरोना की वजह से वैश्विक बैंक और फाइनेंशियल सर्विसेस फर्म टेक्नोलॉजी सेंटर पर ज्यादा फोकस कर रही हैं। टाटा कंसलटेंसी सर्विसेस डॉयचे बैंक के टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म के साथ उसके करीबन 1,400 कर्मचारियों को भी इस डील के साथ पूरा करेगी। यह कर्मचारी बैंक के दक्षिण एशियाई देशों में हैं। इससे डॉयचे बैंक के सीईओ के उस लक्ष्य को भी पूरा करने में मदद मिल जाएगी, जिसमें वे लागत कम करने के लिए जॉब कटौती पर फोकस कर रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक डील के मोल-भाव को लेकर दोनों ओर से बातें हो रही हैं। माना जा रहा है कि इस डील में थोड़ा और समय लग सकता है। हालांकि इस डील को लेकर डॉयचे बैंक और टाटा कंसलटेंसी सर्विसेस दोनों ने कोई कमेंट करने से मना कर दिया। टाटा कंसलटेंसी सर्विसेस के पास पूरी दुनिया में 4 लाख 50 हजार कर्मचारी हैं। साल 2008 में TCS ने सिटी ग्रुप इंक की बैक ऑफिस यूनिट को खरीदने के लिए 50 करोड़ डॉलर का पेमेंट किया था। उस समय की यह सबसे बड़ी डील इस सेक्टर की थी। अभी तक डॉयचे बैंक के प्रस्तावित लेन-देन के फाइनेंशियल डिटेल्स के बारे में पता नहीं चल पाया है।
डॉयचे बैंक के सीईओ ने पिछले साल ही नई रिस्ट्रक्चरिंग प्लान को पेश किया था। इस प्लान के मुताबिक बैंक की 18 हजार लोगों को जॉब से निकालने की योजना थी। इसमें से करीबन 9,000 लोगों को अकेले जर्मनी से निकाला जाना था। डॉयचे बैंक की टेक्नोलॉजी फर्म पीबी सिस्टम का 2015 में रेवेन्यू 53.3 करोड़ यूरो था। यह यूनिट डॉयचे बैंक को आईटी सेवाएं देती है। डॉयचे बैंक वर्तमान में पोस्टबैंक की आईटी सेवा को खुद में मिला रही है। इससे जर्मनी के रिटेल ऑपरेशन पर होनेवाले खर्च में एक अरब यूरो की बचत होगी।